GJM ने किया अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान, ममता बोलीं- नहीं करेंगे कोई समझौता
दार्जिलिंग: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने उत्तरी पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाके में सोमवार से अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है। यह बंद एक अलग गोरखालैंड राज्य की मांग के समर्थन में किया गया है।
जीजेएम के महासचिव रोशन गिरि ने पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, 'केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालय, बैंक, गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन के कार्यालय बंद के हिस्से के रूप में बंद रहेंगे। लेकिन स्कूल और कॉलेज बंद के दायरे से बाहर रहेंगे।'
ममता बोलीं- नहीं करेंगे कोई समझौता
जबकि दूसरी तरफ, दार्जिलिंग में फैली हिंसा को लेकर जीजेएम को सख्त चेतावनी देते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा, कि 'राज्य सरकार कोई समझौता नहीं करेगी। कानून का उल्लंघन करने वालों से निपटेगी।' उन्होंने कहा, कि 'जीजेएम राजनीतिक रूप से दिवालिया हो गया है और उन्होंने हिंसा का सहारा लिया है। मुझे उम्मीद है कि उन्हें सदबुद्धि आएगी। हम आतंक और हिंसा का सहारा लेकर शांति में नहीं रह सकते।'
क्यों भड़की हिंसा?
प. बंगाल के सभी स्कूलों में बंगाली पढ़ाए जाने को अनिवार्य किए जाने और सीएम ममता के दार्जिलिंग दौरे के खिलाफ जेएमएम पूरे पहाड़ी इलाके में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रही है। जेएमएम की मांग है कि 'नेपाली' को भाषा के रूप में पढ़ाया जाए। अगर जरूरत हो, तो हिंदी पढ़ाया जाए। गोरखा जन मुक्ति मोर्चा ममता बनर्जी के निर्णय के बिल्कुल खिलाफ है।