गुजरात चुनाव: शाह ने मारी बाजी, राहुल से पहले सूरत के व्यापारियों से मिले
अहमदाबाद: गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक घमासान चरम की ओर बढ़ने लगा है। इन पार्टियों में राज्य के विभिन्न वर्गों में पैठ बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। सूरत के व्यापारियों से राहुल गांधी की मुलाकात से पहले ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उनसे मिलने पहुंच गए। इसके पीछे बीजेपी का मकसद नाराज व्यापारियों को मनाने की है।
अमित शाह के साथ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी गए हैं। बीजेपी के इन दोनों नेताओं ने सूरत के हीरा और कपड़ा व्यापारियों के साथ बातचीत की। यह बैठक सूरत के नंदन वन फॉर्म हाउस में चली।
बीजेपी में बेचैनी
गौरतलब है, कि केंद्र द्वारा जीएसटी लागू किए जाने की वजह से गुजरात के कपड़ा सहित अन्य व्यापारी बीजेपी से नाराज हैं। बीजेपी में इस बात को लेकर बेचैनी थी कि आखिर व्यापारियों को किस तरह मनाया जाए।
नाराज व्यापारी जा सकते हैं कांग्रेस के खेमे में
इससे पहले गुजरात सरकार ने राज्य के व्यापारियों के लिए कई तरह के पैकेज का ऐलान किया था। इन्हीं व्यापारियों को संतुष्ट करने के मकसद से सरकार ने जीएसटी में कई तरह के बदलाव भी किए। बीजेपी को यह डर है कि नाराज व्यापारी कांग्रेस के खेमे में जा सकते हैं। इसलिए उन्हें मनाने के लिए सभी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं।
नाराजगी 'कैश' करने की कोशिश में राहुल
उल्लेखनीय है, कि बुधवार (8 नवंबर) को नोटबंदी की पहली सालगिरह पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सूरत में व्यापारियों से मिलने वाले हैं। गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी लगातार नोटबंदी और जीएसटी से कारोबारियों और गरीबों को नुकसान पहुंचने की बात कहते रहे हैं। उनके इस कार्यक्रम से पहले ही शाह ने बाजी मारने की कोशिश की है।