चेन्नईः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी सी-32 के जरिए छठे नेविगेशन उपग्रह आईआरएनएसएस-1 एफ को सफलता पूर्वक लांच किया। साल 2016 में भारत का यह दूसरा रॉकेट लांचिंग है। पहले प्रक्षेपण के तहत 20 जनवरी को आईआरएनएसएस-1ई उपग्रह को लांच किया गया था।
क्या है खासियत
-इसे पीएसएलवी सी-32 की सहायता से लांच किया गया।
-यह लांचिंग पीएसएलवी सी-32 का 34वां बड़ा मिशन है।
-44.4 मीटर लंबे आईआरएनएसएस-1 एफ का वजन 1,425 किलोग्राम है।
-इसका उद्देश्य अमेरिकी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की तरह बेहतर
-नेविगेशन प्रणाली उपलब्ध करना है।
-इस उपग्रह के लांच के साथ भारत की नेविगेशन प्रणाली और बेहतर होने की उम्मीद है।
-क्योंकि पांचवे उपग्रह के प्रक्षेपण के साथ ही भारत के पास 24 घंटे नेविगेशन प्रदान करने की क्षमता हो गई थी।
2016 में आईआरएनएसएस के सातों उपग्रह हो जाएंगे लांच
आईआरएनएसएस के सातों उपग्रह 2016 में लांच हो जाएंगे। इससे पहले इसकी शुरूआत IRNSS-1A के प्रक्षेपण के साथ जुलाई 2013 में हुई थी और इसके बाद दूसरा IRNSS-1B अप्रैल 2014 में, तीसरा IRNSS-1C अक्टूबर 2014 में, चौथा IRNSS-1D मार्च 2015 में प्रक्षेपित किया गया था जबकि पांचवां IRNSS-1E इसी साल जनवरी में प्रक्षेपित किया गया था। वैज्ञानिक सभी उपग्रहों को मार्च 2016 तक ऑरबिट में स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।