श्रीहरिकोटा: भारत ने अंतरिक्ष की दुनिया में शुक्रवार (12 जनवरी) को इतिहास रच दिया है। इसरो ने आज सुबह 9.28 बजे पीएसएलवी के जरिए एक साथ 31 उपग्रहों को लॉन्च किया। इसके साथ ही इसरो का सैटेलाइट भेजने का शतक भी पूरा हो गया। बता दें, कि भेजे गए कुल 31 उपग्रहों में से तीन भारतीय हैं, जबकि शेष 28 छह देशों के हैं। इन देशों में फिनलैंड, कनाडा, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के हैं।
बता दें, कि यह इसरो के सबसे लंबे मिशनों में से एक है। इन 31 उपग्रहों की लॉन्चिंग की पूरी प्रक्रिया में 2 घंटे 21 मिनट का समय लगेगा।
पृथ्वी के अवलोकन के लिए 710 किग्रा का कार्टोसेट-2 सीरीज मिशन का प्राथमिक उपग्रह है। इसके साथ सह यात्री उपग्रह भी है, जिसमें 100 किलोग्राम का माइक्रो और 10 किलोग्राम का नैनो उपग्रह भी शामिल हैं। कुल 28 अंतरराष्ट्रीय सह-यात्री उपग्रहों में से 19 अमेरिका, 5 द. कोरिया और एक-एक कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन और फिनलैंड के हैं।
गौरतलब है, कि चार महीने पहले यानि 31 अगस्त 2017 को इसी तरह का एक प्रक्षेपास्त्र पृथ्वी की निम्न कक्षा में देश के 8वें नेविगेशन उपग्रह को स्थापित करने में असफल रहा था। इसरो के मुताबिक हीट शील्ड अलग न होने के कारण प्रक्षेपण आंशिक रूप से असफल हुआ था।