नई दिल्ली: विमुद्रीकरण के बाद सरकार द्वारा काला धन घोषित करने की योजना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) के तहत अब तक 21,000 लोगों ने लगभग 4,900 करोड़ रुपए जमा कराए हैं।
इनकम टैक्स विभाग के एक आला अधिकारी ने एक समााचार एजेंसी को जानकारी देते हुए बताया, कि 'विमुद्रीकरण की इन घोषणाओं के बाद विभाग को अब तक 2,451 करोड़ रुपए की टैक्स वसूली हो चुकी है। 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 21,000 लोगों ने 4,900 करोड़ रुपए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत जमा कराए हैं।'
अब इनकम टैक्स विभाग कुछ मामलों में जमाकर्ताओं के साथ कानूनी प्रक्रिया भी अपना रहा है। पिछले साल दिसंबर में इस योजना की शुरुआत की गई थी जिसमें ऐसे लोगों को सरकार द्वारा एक मौका दिया गया कि वो अपना काला धन घोषित करके उस पर टैक्स अदा करके साथ ही 50 फीसदी पेनाल्टी देकर अपने को बचा सकते थे। यह स्कीम इस साल 31 मार्च को समाप्त हुई है।
इस स्कीम की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 8 नवंबर 2016 के विमुद्रीकरण के उस फैसले के बाद हुई थी जिसमें उन्होंने 500 और 1,000 रुपए के नोटों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का ऐलान किया था।
इस बीच रेवेन्यू सेक्रेटरी हंसमुख अढिया का कहना है, कि PMGKY योजना को जिस पैमाने पर कामयाबी मिलनी चाहिए थी, वैसी कामयाबी नहीं मिल पाई लेकिन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि इस योजना के साथ ही कुछ और योजनाएं भी चली थी, इसलिए इसकी सफलता या असफलता को अलग से नहीं देखा जाना चाहिए।