श्रीनगर/इस्लामाबादः हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद हिंसा की आग में झुलस रहे जम्मू-कश्मीर में बुधवार को आमतौर पर शांति रही। हालांकि, अलगाववादी नेता मीरवायज उमर फारूख समेत कई अन्य हुर्रियत नेताओं ने हालात बिगाड़ने की कोशिश की। हालांकि वे अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके।
इस बीच, पाकिस्तान अभी भी यहां के हालात खराब करने पर तुला है। पाक पीएम नवाज शरीफ ने कश्मीर पर चर्चा के लिए शुक्रवार को कैबिनेट की मीटिंग बुलाई है। उधर, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ ने भी बुधवार को कश्मीर में युवाओं को मारे जाने का आरोप लगाते हुए इसकी निंदा की।
श्रीनगर में क्या हुआ?
-मीरवायज उमर फारूक नजरबंद थे, वह गेट फांदकर अपने घर से निकले।
-पुलिस ने उन्हें उसी वक्त हिरासत में ले लिया।
-हुर्रियत के नेता सैयद अली शाह गिलानी को भी हिरासत में लिया गया।
-गिलानी ने श्रीनगर के निचले इलाके से कब्रिस्तान तक मार्च निकालने की कोशिश की थी।
हिंसा की छिटपुट घटनाएं
-हरंग में पथराव कर रहे युवक की गोली लगने से मौत हुई, इसके बाद अनंतनाग में लोगों ने सरकारी संपत्ति फूंकी।
-पहले घायल हुए दो लोगों की मौत होने से मरने वालों का आंकड़ा 35 तक पहुंच गया।
-जम्मू पहुंचे करीब 200 कश्मीरी पंडितों ने घाटी लौटने से इनकार कर दिया।
-केंद्र ने पैलट लगने से लोगों की आंखों में आई तकलीफ दूर करने के लिए एम्स से डॉक्टर भेजे हैं।