नई दिल्ली: जेएनयू मामले की जांच समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद यूनिवर्सिटी से कन्हैया समेत आठ छात्रों का निलंबन वापस ले लिया गया है। इन सभी छात्रों को जेएनयू मामले का आरोपी बनाया गया है।
नही दी है क्लीनचिट
प्रशासन ने यह साफ़ कर दिया है निलंबन रद्द करने का मतलब यह नहीं कि इन छात्रों को क्लीनचिट दे दी गई है। रिपोर्ट का परीक्षण करने के बाद ही कुलपति एम.जगदीश कुमार इस संबंध में अपना फैसला लेंगे।
सभी आठ छात्रों के नाम
कन्हैया के अलावा जेएनयू से जिन छात्रों को निलंबित किया गया था उनमें उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य, आशुतोष, रमा नागा, अनंत कुमार, श्वेता राज और ऐश्वर्य अधिकारी शामिल हैं।
दो अभी भी जेल में
कन्हैया को तो देशद्रोह के मामले में अंतरिम जमानत मिल चुकी है, लेकिन उमर और अनिर्बान अब भी न्यायिक हिरासत में हैं।
10 फरवरी को गठित हुई थी जांच कमेटी
आपको बता दें कि बीते 9 फरवरी को जेएनयू में कुछ छात्रों ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में देश विरोधी नारेबाजी भी की गई थी। इसी वजह से 12 फरवरी को कार्यक्रम में शामिल आठ छात्रों को यूनिवर्सिटी से निलंबित कर दिया गया था।
कन्हैया ने की कुलपति से मुलाक़ात
बताया जा रहा है कि रिपोर्ट आने के बाद शुक्रवार शाम कन्हैया ने कुलपति से मुलाक़ात की है।