लखनऊ: कैराना लोकसभा क्षेत्र के लिए हो रहे उपचुनाव में जिन 73 बूथों पर पुनर्मतदान हुआ। उन पर बुधवार (30 मई) शाम छह बजे तक कुल 61 फीसदी मतदान हुआ। इन बूथों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान हुआ। पुनर्मतदान कराने के लिए सुरक्षा में केंद्रीय अर्धसैनिक बल की 10 कंपनियां तैनात की गई थी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू के मुताबिक, उपचुनाव की मतगणना 31 मई को सुबह आठ बजे से शुरू होगी। कैराना लोकसभा क्षेत्र के सहारनपुर जिले की दो विधानसभाओं की मतगणना सहारनपुर में और शामली की तीन विधानसभाओं की मतगणना शामली में होगी। नूरपुर विधानसभा क्षेत्र की मतगणना बिजनौर में होगी। कैराना लोकसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में सोमवार को बूथों पर वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी की वजह से निर्वाचन आयोग ने पुर्नमतदान का फैसला लिया। बुधवार को ऐसे 73 बूथों पर पुर्नमतदान पूरा हो गया। सभी उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।
सहारनपुर के नकुड़ विधानसभा के 23, गंगोह के 45 और शामली के 5 बूथों पर पुर्नमतदान हुआ। शाम पांच बजे तक शामली में 55 फीसदी मतदान हुआ था। गंगोह विधानसभा क्षेत्र की 45 सीटों पर 60 फीसदी और नकुड़ के 23 बूथों पर 63 फीसदी मतदान हुआ। जिन बूथों पर पुर्नमतदान हुआ। वहां लोगों ने बढ चढकर वोट किया। सुबह 11 बजे तक नकुड़ में 38.9 और गंगोह में 36 फीसदी मतदान हुआ। वोटिंग के लिए महिलाओं की लम्बी लाइन लगी रही।
चुनाव से संबंधित मुख्य बातें:
-28 मई को वीवीपैट मशीन में गड़बड़ी की वजह से हुआ था हंगामा।
-सपा-रालोद और बीजेपी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से दर्ज कराई थी शिकायत।
-सभी दलों ने पुर्नमतदान की मांग की थी।
-मतदान बाधित होने की शिकायत पर आयोग ने पुर्नमतदान का फैसला लिया।
-सपा और रालोद ने वीवीपैट और ईवीएम में खराबी को साजिश बताया।
-बीजेपी पर चुनाव प्रभावित करने का लगाया था आरोप।
-सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बैलेट पेपर से चुनाव की फिर की है मांग।