केवड़िया: देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 143वीं जयंती है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के केवड़िया में 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का अनावरण किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद थे।
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'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का अनावरण करने के बाद यहां पीएम ने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अगर सरदार पटेल न होते तो गिर के शेर देखने, सोमनाथ में शिवभक्तों को पूजा करने और चारमिनार देखने के लिए वीजा लेकर जाना पड़ता। पीएम ने आगे कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस आज पूरा देश मना रहा है। देशभर में नौजवान रन फॉर यूनिटी कर रहे हैं।
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पीएम ने इस क्षण को भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण बताया है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने हमेशा एकता की बात की और अपने देश को सबसे आगे रखा। पीएम ने जनसभा में ये भी कहा कि भारत के वर्तमान ने अपने इतिहास में एक स्वर्णिम पुरुष को उबारने का काम किया है।
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पीएम मोदी ने जनसभा में इस बात का जिक्र भी किया कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने कल्पना नहीं की थी कि उनको कभी प्रधानमंत्री के रूप सरदार पटेल की मूर्ति का अनावरण करने का मौका मिलेगा। लौह पुरुष को याद करते हुए पीएम ने कहा कि सरदार पटेल की जयंती को कभी भी इतिहास से मिटाया नहीं जा सकता है।