मध्य प्रदेश में मामा शिवराज अब तालाबों से अतिक्रमण हटाएंगे

Update: 2017-12-02 12:27 GMT

खजुराहो : मध्य प्रदेश की पर्यटन नगरी, खजुराहो में शनिवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय जल सम्मेलन शुरू हुआ। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तालाबों से अतिक्रमण हटाने का प्रशासन को निर्देश दिया।

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मेला मैदान में बुंदेलखंड सहित देश के विभिन्न हिस्सों से जमा हुए जल प्रेमियों को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि वह "यहां मुख्यमंत्री नहीं, एक जल प्रेमी की हैसियत से आए हैं। जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने तालाबों का मुद्दा उठाया है। प्रशासन को निर्देश है कि वह तालाबों का सीमांकन, चिह्नीकरण कराने के बाद वहां हुए अतिक्रमण हटाए।"

चौहान ने कहा, "बुंदेलखंड में हजारों तालाब हुआ करते थे, मगर अब वे अस्तित्व खो चुके हैं। नए तालाब, छोटे बांध आदि बनाए गए हैं। इसके साथ ही पौधारोपण किया जा रहा है। सरकार ने नर्मदा के संरक्षण के लिए नदी सेवा यात्रा निकाली।"

मुख्यमंत्री ने जल सम्मेलन में मौजूद लोगों से कहा कि वे इस सम्मेलन में निकले निष्कर्ष से उन्हें अवगत कराएं। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि बुंदेलखंड के तालाबों के संरक्षण के लिए तालाबों का सीमांकन, चिह्नीकरण किया जाए और अतिक्रमण हटाए जाएं।

सम्मेलन में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे, जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने गांवों की स्थिति और जल स्त्रोतों के संरक्षण का मुद्दा उठाया।

सम्मेलन में देश भर के पर्यावरण प्रेमी हिस्सा ले रहे हैं। मेला मैदान में बुंदेलखंड की स्थिति को दर्शाने वाली प्रदर्शनी भी लगाई गई है।

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