पनामा केस में SC ने नवाज शरीफ को ठहराया दोषी, पीएम पद से दिया इस्तीफा

Update:2017-07-28 13:37 IST
PAK सुप्रीम कोर्ट ने कहा- शरीफ ने UAE स्थित कंपनी से लिया था वेतन

इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने पनामागेट मामले में बुरी तरह फंसे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को शुक्रवार को दोषी करार दिया। इसके बाद नवाज शरीफ ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। पांच जजों की बेंच ने नवाज शरीफ को दोषी माना। शरीफ पर प्रधानमंत्री पद पर रहने के दौरान धनशोधन के जरिए लंदन में संपत्ति बनाने का आरोप था और इसका खुलासा पिछले साल पनामा पेपर लीक में हुआ था।

जजों की बेंच ने माना कि नवाज शरीफ ने मनी लांड्रिंग और काले धन के जरिए विदेशों में संपत्ति बनाई। उन पर काला धन रखने का भी आरोप था जो सही साबित हुआ। नवाज शरीफ के खिलाफ याचिका इमरान खान के नेतृत्व वाली तहरीके इंसाफ पार्टी ने दी थी।

इस बीच, गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा कि वह पनामागेट मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और राजनीति छोड़ देंगे। उनकी इस घोषणा से उनके समर्थक और सत्तारूढ़ पीएमएल-एन स्तब्ध है। उनके विरोधियों ने जिस तरह से उन्हें शरीफ से दूर रखा उस पर उन्होंने बेहद नाराजगी जताई है।

फैसला सुनाने की बात बहुत सारे लोगों के लिए हैरान करने वाली रही क्योंकि पहले कहा गया था कि अदालत की दो सप्ताह की कार्य सूची में पनामा मामला शामिल नहीं है। शरीफ के परिवार के विदेश में संपत्ति अर्जित करने के आरोपों की जांच के लिए संयुक्त जांच दल का गठन किया गया था और जेआईटी ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट अदालत को सौंप दी थी।

रिपोर्ट में कहा गया था कि शरीफ और उनके बच्चों का रहन सहन उनके आय के ज्ञात स्रोत के मुताबिक नहीं है। रिपोर्ट में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का नया मामला दर्ज करने का सुझाव दिया गया था।

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भाई की होगी ताजपोशी!

सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब नवाज शरीफ को कुर्सी छोड़नी पड़ेगी । अब उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ की प्रधानमंत्री पद पर ताजपोशी तय है। शहबाज शरीफ पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री हैं। शहबाज पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेम्बली के सदस्य नहीं हैं, जिसके चलते वह फौरन उनका स्थान नहीं ले सकते और उन्हें चुनाव लड़ना होगा।

पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि शहबाज के उपचुनाव में चुने जाने तक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के 45 दिनों तक अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने की संभावना है। यह निर्णय सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) की उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया।

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