आतंक प्रभावित देशों से आने वाले टूरिस्टों को होटल में नहीं मिलेंगे रूम

Update:2016-04-11 09:32 IST

आगरा: विलियम और केट ब्रिटिश शाही जोड़ा 16 अप्रैल को ताज का दीदार करने आ रहा है। उनकी सुरक्षा को देखते हुए होटल मालिकों ने एक खास कदम उठाया है। उन्होंने होटलों में पाकिस्तान, तुर्की, सीरिया, इराक जैसे अन्य आतंकी प्रभावित देशों से आने वाले पर्यटकों को रूम देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उनका कहना है,'' किसी भी अप्रिय घटना के मामले में उन्हें ही सबसे पहले पुलिस उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। इसी वजह से यह फैसला लिया गया है।

नाम न बताने की शर्त पर एक होटल मालिक ने बताया कि हर वीवीआईपी दौरे पर इस तरह का फैसला लिया जाता है। इन देशों से आने वाले पर्यटकों को सीधे नहीं बताया जाता है कि उन्हें कमरे नहीं दिए जाएंगे, लेकिन उन्हें होटल में कोई कमरा खाली न होने की बात कही जाती है।

क्या कहना है एल आई यू अधिकारियों का ?

पुलिस अधीक्षक (स्थानीय खुफिया इकाई) सत्यम ने कहा, "इस तरह की कोई सिफारिश होटल मालिकों से नहीं की गई हैं कि वो सीरिया, तुर्की, पाकिस्तान, ईरान और इराक जैसे देशों के नागरिकों के लिए कमरे न दें। हालांकि यह अच्छा है कि होटलों के मालिक खुद इतना सचेत हैं और एहतियाती कदम उठा रहे हैं।''

सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम

पुलिस अधीक्षक (प्रोटोकॉल) विद्या सागर मिश्रा ने कहा, "केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय की विशेष मांग के अनुसार शाही जोड़े की यात्रा के लिए सुरक्षा उपायों पर जोर दिया गया है। किसी भी होटल मालिक को किसी भी देश के पर्यटक को कमरा देने से मना नहीं किया गया है। हालांकि, होटल मालिकों के लिए यह अनिवार्य है कि वह वीजा, पासपोर्ट और पर्यटन के अन्य दस्तावेजों की एक कॉपी अपने पास रखें और कुछ भी संदिग्ध लगने पर तत्काल हमें सूचना दें। "

क्या कहना है होटल बिजनेसमैंस का ?

होटल और रेस्तरां ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा ने कहा, "हम किसी भी देश से आने वाले पर्यटकों के लिए कमरे से इनकार नहीं कर रहे हैं। किसी भी देश के पर्यटक को पहचान सम्बन्धी सभी औपचारिकता पूरी हो जाने के बाद ही कमरा देंगे। अगर कुछ भी संदिग्ध लगता है तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी जाएगी। वहीं, पर्यटन मित्र, संस्था के अध्यक्ष राजीव तिवारी ने कहा, ''पर्यटकों का कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। हमें सुरक्षा एजेंसियों के साथ सुरक्षा के सभी बिन्दुयों पर गहन विचार कर समाधान निकालना चाहिए। अगर पर्यटकों को कमरा नहीं दिया जाता तो इसका आगरा के पर्यटन उद्योग पर बुरा असर पड़ेगा। साथ ही ताज नगरी का नाम भी खराब होगा।''

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