नई दिल्ली: नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेकनॉलजी (एनआईटी) श्रीनगर में गैर-कश्मीरी स्टूडेंट खौफ में दिन काट रहे हैं। यह बातें पुलिस के लाठीचार्ज में घायल हुए स्टूडेंट ने दिल्ली आकर बयां की है।
वहीँ सोमवार की रात 10 डिग्री सेलियस के नीचे पारा जाने के बाद भी गैर कश्मीरी स्टूडेंट, खुले आसमान के नीचे बैठकर अपना साइलेंट प्रोटेस्ट जारी रखे हुए हैं।
-आर्यन राजपूत (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग में फाइनल इयर का स्टूडेंट है।
-वह अकेला ही है जो हेल्थ ग्राउंड पर एनआईटी से निकलकर दिल्ली आ सका है।
-गैर-कश्मीरियों को इंस्टिट्यूट से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है।
-साथ ही धमकियां दी जा रही हैं कि अगर मुंह खोला तो कैरियर के लिए अच्छा नहीं होगा।
-यहां तक कि इंस्टिट्यूट ने कहा है कि किसी ने जुबान खोली तो एनएफटी नहीं देंगे।
-स्टूडेंट्स ने एनआईटी को कश्मीर के बाहर शिफ्ट करने की मांग रख दी है।
-वहीँ सोमवार देर रात तक छात्राएं कंपकंपाती ठंड में खुले आसमान के नीचे बैठकर विरोध कर रही हैं।
-आर्यन ने बताया कि 31 मार्च को हुए मैच में भारत की हार के बाद कैंपस में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे।
-इस बारे में टिप्पणी करने पर पीएचडी कर रहे कश्मीरी स्टूडेंट ने इंजीनियरिंग के गैर-कश्मीरी छात्र पर कुर्सी से हमला कर दिया
-वहीं जब गैर-कश्मीरियों ने कैंपस में तिरंगा झंडा फहराया तो कश्मीरियों ने न केवल विरोध किया बल्कि हमला भी बोला।
-इसके बाद पुलिस ने गैर-कश्मीरियों पर ही जमकर लाठियां भांजी।