नई दिल्ली : भाजपा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मंगलवार को उद्योगपति गौतम अडानी को सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा नॉन परफॉर्मिग एसेट (एनपीए) बकाएदार बताते हुए उन पर करारा प्रहार किया। स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अडानी की जबावदेही तय होनी चाहिए, अन्यथा वह (स्वामी) ऋण वसूली के लिए उनके खिलाफ अदालत में एक जनहित याचिका दायर करेंगे।
उन्होंने ट्वीट किया, "सार्वजनिक क्षेत्र में सबसे बड़े एनपीए बकाएदार गौतम अडानी हैं। समय आ गया है कि इसके लिए उनकी जिम्मेदारी तय की जाए, अन्यथा जनहित याचिका दायर की जाएगी।"
अडानी की कंपनियों पर हजारों करोड़ रुपयों का बैंक कर्ज होने का आरोप है। इनमें विद्युत संयंत्र एवं वितरण, रीयल एस्टेट और अन्य वस्तुएं शामिल हैं।
ये भी देखें : अयोध्या विवाद: सुब्रमण्यम स्वामी के बयान पर फिर तूफान
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2017 तक 'अडानी पॉवर' पर कुल 47,609.43 करोड़, 'अडानी ट्रांसमिशन' पर 8,356.07 करोड़, 'अडानी एंट' पर 22,424.44 करोड़ और 'अडानी पोर्ट्स' पर 20,791.15 करोड़ का ऋण था।
फोर्ब्स के अनुसार, 2017 में अडानी और उनके परिवार की कुल अनुमानित संपत्ति 11 अरब डॉलर थी। इसके साथ ही वे भारत के सबसे अमीर लोगों की सूची में दसवें स्थान पर थे।