लखनऊ: यूपी की जेलों में बंदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पर जेल की बंदी क्षमता में इसके अनुपात में खासा कमी है। यदि हम पिछले 10 वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो जेलों में 169 प्रतिशत ओवर क्राउडिंग है। यह जेलों की बंदी क्षमता से काफी अधिक है। इससे यूपी कारागारों की बदहाल स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
67 जेलों में 52,780 बंदी क्षमता पर रह रहे हैं 91,232 बंदी
यूपी के विभिन्न श्रेणी की 67 जेलों में कुल 52,780 बंदी क्षमता है लेकिन इन जेलों में 91,232 बंदी रखे जा रहे हैं। कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग के 2015-16 के आय-व्यय के आंकड़े यही बताते हैं।
वर्ष बंदी क्षमता कुल औसत बंदी
2006 36,070 63,443
2007 37,843 72,087
2008 42,176 78,277
2009 44,439 83,309
2010 45,221 83,750
2011 47,048 84,225
2012 47,518 80,358
2013 48,550 82,834
2014 52,780 86,269
2015 52,780 91,232
महिला बंदी क्षमता 2,658, रखे जा रहे 3,428
-आंकड़ों के अनुसार प्रदेश की जेलों में 31 दिसंबर 2015 तक महिला बंदियों के रखे जाने की क्षमता 2,658 थी।
-जबकि जेलों में 3,428 महिला बंदियों को रखा जा रहा है।
-खास बात यह है कि इन महिला बंदियों के साथ उनके 6 वर्ष से कम आयु के 218 लड़के और 209 लड़कियां यानि कुल 427 बच्चे भी कारागारों में रह रहे हैं।