नई दिल्ली : भविष्य में किसी भी भारतीय को पासपोर्ट बनवाने के लिए 50 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि सरकार देशभर में पासपोर्ट सेवा केंद्रों का जाल बिछाने की योजना बना रही है। इसके तहत सभी प्रमुख डाकघरों में भी यह सेवा प्रदान की जाएगी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को 149 नए डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) खोले जाने की घोषणा करते हुए कहा कि दूसरे चरण में इन्हें खोला जाएगा। पहले चरण में 86 पीओपीएसके स्थापित किए जाने थे, जिनमें से 52 स्थापित किए जा चुके हैं।
सुषमा ने कहा, "जब मैंने मंत्रालय में काम शुरू किया था, तब पूरे देश के लिए केवल 77 पीएसके थे। मुझे महसूस हुआ कि लोगों के लिए पासपोर्ट बनवाने में दूरी सबसे बड़ी समस्या है।"
उन्होंने कहा कि डाकघरों में पासपोर्ट केंद्रों की स्थापना के अलावा सरकार ने इससे पहले 16 पीएसके स्थापित करने की भी घोषणा की थी, जिसके बाद नए केंद्रों की संख्या '251' पर पहुंच गई है, जो एक शुभ संख्या है।
सुषमा ने कहा कि डाकघरों में 86 पासपोर्ट केंद्रों के अलावा 16 और पीएसके स्थापित करने की योजना के बावजूद उन्हें लगा कि यह पर्याप्त नहीं है।
उन्होंने कहा, "हमने एक लक्ष्य के तहत योजना बनाई कि किसी भी व्यक्ति को पासपोर्ट बनवाने के लिए 50 किलोमीटर से ज्यादा दूर न जाना पड़े।"
उन्होंने कहा, "इस लक्ष्य के साथ आज मैं 149 नए पीओपीएसके की घोषणा करती हूं।"
सुषमा ने मंत्रालय के 'भारत को जानें' कार्यक्रम के अधीन एक वेब पोर्टल भी लॉन्च किया, जिसका लक्ष्य विदेशों में रहने वाले भारतीय युवाओं को भारतीय संस्कृति और विरासत से जोड़ना है।