Patna Gandhi Maidan blasts: PM नरेंद्र मोदी की पटना रैली में सीरियल धमाका के 4 दोषियों को फांसी, 2 को उम्रकैद की सजा

Patna Gandhi Maidan blasts: पटना के गांधी मैदान में आठ साल पहले तब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार रहे और तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान सीरियल धमाके किये गए थे।

Update:2021-11-01 16:42 IST

क्वेटा बम ब्लास्ट: फोटो- सोशल मीडिया

Patna Gandhi Maidan serial blasts Case: पटना के गांधी मैदान में आठ साल पहले तब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार रहे और तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान सीरियल धमाके किये गए थे। धमाके का मकसद बड़ी तबाही करना था। घटना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी। सोमवार (01 नवंबर 2021) को आरोपियों को सजा सुनाने का दिन मुकर्रर हुआ था। जिसमें अब एनआईए कोर्ट के जज ने सभी 9 आरोपियों पर अपना फैसला सुना दिया है। इस मामले में कोर्ट ने चार आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है। जबकि, दो को उम्रकैद और दो आरोपी को 10 साल की सुनाई है। इसके अलावा एक आरोपी को सात वर्ष की सजा सुनाई गई है।

क्या था मामला?

बता दें, कि यह मामला 27 अक्टूबर 2013 का है। तब भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रैली थी। गांधी मैदान लोगों से खचाखच भरा था। लेकिन नरेंद्र मोदी का अभी भाषण चल हो रहा था कि गांधी मैदान में एक के बाद एक धमाके हुए। उसके बाद पटना जंक्शन पर भी बम फटा। इस घटना में छह लोगों की मौत हो गई थी और 89 अन्य घायल हुए थे। आज आठ साल बाद इस मामले में एनआईए कोर्ट का फैसला आया है। बता दें, कि पिछले हफ्ते बुधवार को कोर्ट ने मुख्य छह आरोपियों को देशद्रोह, आपराधिक साजिश, हत्या, हत्या का प्रयास और यूएपीए एक्ट की धारा में दोषी करार दिया था। जबकि तीन अन्य दोषी पाए गए। एक को कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया।

ऐसे रची गई थी बम ब्लास्ट की साजिश

तब पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान गांधी मैदान सीरियल बम ब्लास्ट की साजिश रांची और रायपुर में रची गई थी। बताया जाता है कि आरोपियों ने इसका रिहर्सल भी किया था। एनआईए के खुलासे में यह बात भी निकल कर आई थी, कि बोधगया में 7 जुलाई 2013 को धमाके के बाद ही पटना के गांधी मैदान में ब्लास्ट की योजना बनाई गई थी। यह पूरा प्लान इंडियन मुजाहिद्दीन के जिहादियों ने बनाई थी। बोधगया ब्लास्ट का मास्टरमाइंड हैदर अली और मोजिबुल्लाह था। बोधगया बम धमाकों में हैदर ने बौद्ध भिक्षु बनकर बम प्लांट किए थे। इसके बाद गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की रैली में धमाके को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने विस्फोटक का जुगाड़ कर उसे रांची में जमा किया था।

इन्हें मिली फांसी की सजा:

-हैदर अली

-मो. मुजिबुल्लाह अंसारी

-नोमान अंसारी

-इम्तियाज आलम

इन्हें उम्रकैद की सजा

-उमर सिद्दीकी

-अजहरुद्दीन कुरैशी

इन्हें 10 साल कैद

-अहमद हुसैन

-मो. फिरोज असलम

जबकि, एक दोषी इफ्तिखार आलम को सात साल की सजा सुनाई गयी है। 

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