नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की महंगाई से लोगों को राहत दिलाने की सरकार की तमाम कोशिशें अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई तेजी के सामने क्षीण पड़ती जा रही हैं। तेल विपणन कंपनियों ने लगातार दूसरे दिन रविवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा दीं। केंद्र सरकार ने गुरुवार को तेल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की, जिसके बाद शुक्रवार को देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 84 रुपये प्रति लीटर से घटकर 81.50 रुपये प्रति लीटर हो गया और उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली। डीजल का दाम भी 75.45 रुपये प्रति लीटर से घटकर 72.95 रुपये प्रति लीटर हो गया था। लेकिन शनिवार और रविवार को लगातार कीमतें बढ़ने से दिल्ली में पेट्रोल का दाम बढ़कर 81.82 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 73.53 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कोलकाता में पेट्रोल का दाम रविवार को 14 पैसे बढ़कर 83.66 रुपये प्रति लीटर हो गया और डीजल 29 पैसे बढ़कर 75.38 रुपये प्रति लीटर हो गया। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 14 पैसे बढ़कर 87.29 रुपये प्रति लीटर हो गई। वहीं, डीजल का दाम 31 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 77.06 रुपये प्रति लीटर हो गया। ्र
चेन्नई में पेट्रोल 15 पैसे की वृद्धि के साथ 85.04 रुपये प्रति लीटर हो गया और डीजल 31 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 77.73 रुपये प्रति लीटर बिकने लगा।
घरेलू वायदा बाजार में कच्चे तेल का भाव बीते हफ्ते 5,500 रुपये प्रति बैरल से ऊपर रहा। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते हफ्ते कच्चे तेल का भाव चार साल के ऊंचे स्तर से थोड़ा फिसलकर बंद हुआ। ब्रेंट क्रूड 84 डॉलर के ऊपर रहा, जबकि अमेरिकी लाइट क्रूड डब्ल्यूटीआई 74 डॉलर के ऊपर बंद हुआ।
ऊर्जा विशेषज्ञ बताते हैं कि बीते सप्ताह कच्चे तेल के दाम में काफी उछाल देखने को मिला, जिसका असर भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम पर आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा।
--आईएएनएस