नई दिल्ली: पिछले दिनों पीएम मोदी अपने गृहनगर वडनगर के दौरे पर थे। उस दौरान उन्होंने अपना काफिला रुकवा 50 साल पुराने दोस्त से मुलाकात कर अपनी उदारता का परिचय दिया था। एक बार फिर प्रधानमंत्री का एक और रूप देखने को मिला जब उन्होंने एक लाइटमैन से हाथ मिलाकर उसका अभिवादन किया।
दरअसल, बुधवार को केंद्रीय सचिवालय भवन के नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को फिलिप्स डायनामिक फसाड लाइटिंग का उपयोग करते हुए रोशन किया गया है। यह प्रतिष्ठित भवन कैबिनेट सचिवालय है, जहां से भारत सरकार प्रशासन चलाती है, जो देश के ऐतिहासिक और राजनीतिक विरासत का एक अभिन्न हिस्सा है। रौशन हुए नार्थ और साउथ ब्लॉक को देखने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री राजनाथ समेत कई केन्द्रीय मंत्री पहुंचे थे। इसी दौरान लाइट मैन महिपाल सिंह ने ने यहां की बिजली स्विच ऑन किया। जिसके बाद ख़ुशी का इजहार करते हुए पीएम मोदी ने महिपाल को बुलाया और उनसे हाथ मिला बात की।
पीएम ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘यहां की लाइट श्री महिपाल सिंह के द्वारा ऑन की गयी है। इनसे मिलकर काफी खुशी हुई’।
बता दें, वैश्विक लाइटिंग कंपनी फिलिप्स लाइटिंग (यूरोनेक्स्ट लाइट) ने केंद्रीय सचिवालय भवन के नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को फिलिप्स डायनामिक फसाड लाइटिंग का उपयोग करते हुए रोशन करने की घोषणा की है। इस भवन का निर्माण 1931 में किया गया था और इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) एवं देश के रक्षा, वित्त, गृह और विदेश मामलों के मंत्रालय हैं।
इससे पहले फिलिप्स लाइटिंग इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुमित जोशी ने कहा कि, केंद्रीय सचिवालय के नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को रोशन करने की इस प्रतिष्ठित परियोजना में शामिल होने पर हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इस सप्ताह से हमारी डायनामिक एलईडी लाइटिंग इस भवन को 1.6 करोड़ रंगों के मिश्रण का उपयोग करते हुए रोशन करेगी, जो पारंपरिक भारतीय और ब्रिटिश वास्तुकला के समृद्ध मिश्रण को प्रकाशित करेगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि फिलिप्स कलर काइनेटिक्स ने थीम को बनाने में एलईडी टैक्नोलॉजी की नवीनतम खोज का इस्तेमाल किया है और इन लाइट को बनाया है, जिनका उपयोग महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार और समारोह में किया जा सकता है। इसके अतरिक्त, इस सिस्टम में डिमिंग फीचर्स भी हैं, जो इमारत को कम व्यस्त समय में बिजली की खपत घटाने में सक्षम बनाएगा। तेज लाइटिंग प्रभाव को बनाने के लिए लगभग 662 लाइट प्वॉइंट बनाए गए हैं।
यह लाइटिंग भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय से संलग्न संगठन केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) द्वारा लगाई गई है।
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