मोदी ने त्रिपुरा में की पहली चुनावी रैली, कहा- 'माणिक छोड़िए, हीरा अपनाईए'
सोनामूरा (त्रिपुरा): पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (08 फरवरी) को त्रिपुरा में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की माणिक सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने मतदाताओं से कहा, 'माणिक को छोड़ अब आप हीरे को अपना लें। हीरा सदा के लिए होता है। आपकी किस्मत बदल सकता है।'
पीएम ने सोनामूरा की रैली में माणिक सरकार पर निशाना साधा। मोदी ने कहा- 'यहां 25 साल तक कम्युनिस्ट्स ने शासन किया। जनता को धोखा दिया।' बता दें, कि सोनमूरा मुस्लिमों की आबादी वाला इलाका है और यह मुख्यमंत्री माणिक सरकार की विधानसभा क्षेत्र धानपुर से सटा हुआ है।
यहां की सरकार ने आपके साथ धोखा किया
पीएम मोदी ने कहा, कि 'देश के नागरिकों को जो मिलता है वो आप को नहीं मिलता। यहां की सरकार ने आपलोगों के साथ धोखा किया है। 25 सालों से यहां कम्युनिस्ट्स की सरकार है लेकिन त्रिपुरा के लोगों को वो हक नहीं मिल रहा है।'
मोदी ने उठाए कई मुद्दे
उन्होंने कहा, कि 'कम्युनिस्ट अपने हिसाब से लोकतंत्र का उपयोग करते हैं। राज्य सरकार ने भय बनाया है। यहां के कर्मचारियों को 7वां वेतन आयोग मिलना चाहिए। बीजेपी सरकार आई तो इसे लागू करेगी। त्रिपुरा के विकास के लिए 100 में से 80 रुपए भारत सरकार देती है, लेकिन यहां पैसे मिलने पर भी या तो खर्च नहीं होते या हिसाब नहीं दिया जाता। आज भी लाखों लोग बेघर हैं। अभावों में कई लोगों को आत्महत्या करनी पड़ती है। कांग्रेस और कम्युनिस्ट लाठी के दम पर सरकार चलाते हैं।'
इससे पहले, पीएम नरेंद्र मोदी स्पेशल एयरक्राफ्ट से पहले अगरतला पहुंचे। बाद में वो वायु सेना के हेलिकॉप्टर से सोनामूरा गए। इस सीट से बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष सुबल भौमिक चुनाव लड़ रहे हैं।
मोदी की त्रिपुरा में पहली चुनावी रैली
बता दें, कि मोदी की त्रिपुरा में आज यह पहली चुनावी रैली थी। दूसरे दौरे के प्रचार अभियान में वे 14-15 फरवरी को रैली और रोड शो करेंगे। पीएम के अलावा बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह, फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली, डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण और नितिन गडकरी भी रैलियां और रोड शो करेंगे।
त्रिपुरा विधानसभा: एक नजर
त्रिपुरा में विधानसभा की 60 सीटें हैं जिस पर 18 फरवरी को मतदान होगा। माणिक सरकार पिछले 20 साल से सीएम हैं जो अपनी सादगी ओर सरलता के लिए किसी भी राजनीतिज्ञ के लिए मिसाल हैं। साल 2013 के विधानसभा चुनाव में माकपा ने 49 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली थी। इस बार बीजेपी और माकपा में सीधा मुकाबला माना जा रहा है। चुनाव परिणाम 3 मार्च को आएंगे।