पुणे: भीमा-कोरेगांव लड़ाई की सालगिरह पर भड़की आग ने पूरे महाराष्ट्र को अपनी चपेट में ले लिया। भड़की हिंसा में एक व्यक्ति की मौत भी हुई थी। पुणे की चिंगारी धीरे-धीरे पूरे राज्य में फैली गई। राज्य की फडणवीस सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए। लेकिन बुधवार शाम प्रकाश अंबेडकर ने महाराष्ट्र बंद को वापस लेने की घोषणा की। प्रकाश ने इस बंद को सफल बताया।
हिंसा के खिलाफ बुधवार (03 जनवरी) को कई संगठनों ने बंद का आह्वान किया था। संसद में भी ये मामला उठा। काफी शोर-शराब भी हुआ। लोकसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, कि 'ये फूट डालने की कोशिशों का नतीजा है। श्रद्धांजलि कार्यक्रम को लेकर विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है।'
महाराष्ट्र बंद के बीच मुंबई के चर्चित डब्बावालों ने भी अपनी सेवाएं बंद रखी। इसके साथ ही बुधवार को करीब 40,000 स्कूल बसों का संचालन भी बंद रहा। कुछ दिन पहले ही शुरू हुई एसी लोकल ट्रेन की सेवा भी पूरे दिन प्रभावित रही। इस सेवा को एहतियातन बंद कर दिया गया है। अकोला में भी पत्थरबाजी की घटना सामने आई।
महाराष्ट्र बंद का असर गुजरात में भी देखने को मिला। गुजरात के वापी में दलित सेना ने राजमार्ग को जाम किया।