वाराणसी: होली के त्योहार के चलते ट्रेनों में भीड़ बढ़ रही है, लेकिन लगता है जहरखुरानी की घटनाओं से रेलवे ने कुछ नहीं सीखा है। रेलवे के कर्मचारी खुद जहरखुरानी को बढ़ावा देने में लगे हैं। मामला शनिवार का है। वाराणसी से लखनऊ आ रही इंटरसिटी एक्सप्रेस मे टीटीई ने खुद ही एक अनअथॉराइज्ड वेंडर को एसी कोच मे चढ़ा लिया। newztrack.com के एक करस्पांडेंट ने इस मामले की शिकायत तुरंत ट्वीट के जरिए सुरेश प्रभु को भेज दी।
क्या है पूरा मामला
-त्योहारों के मौसम में पैसेंजर्स की भीड़ बढ़ने के साथ ही जहरखुरानों की टीम सक्रिय हो जाती है।
-ऐसे में रेलवे के कर्मचारियों की एक गलती पैसेंजर्स की जान खतरे में डाल सकती है।
-शनिवार को 14219 वाराणसी-लखनऊ इंटरसिटी ट्रेन प्रतापगढ़ पहुंची।
-एसी कोच बी1 में एक वेंडर घुसा। इस वेंडर ने पैसेंजर्स को चाय बेचनी शुरू की।
-जब पैसे देने की बात आई तो वेंडर ने करस्पांडेंट से एक कप चाय के 10 रुपए मांगे।
-इस पर पैसेंजर्स ने आपत्ति करनी शुरू कर दी।
-पैसेंजर्स ने उसे अपना वेंडिंग लाइसेंस दिखाने को कहा।
-वेंडर ने साफ मना कर दिया और पैसेंजर्स से भिड़ गया।
-इस बीच कोच में चल रहे टीटीई पीसी पांडे ने आकर कहा कि यह वेंडर उनकी परमिशन से कोच में चढ़ा है।
-जबकि प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन पर कई अथॉराइज्ड वेंडर मौजूद थे।
-इस बीच एक पैसेंजर ने इस वेंडर की फोटो खींच ली।
-फोटो को रेलमंत्री सुरेश प्रभु, नॉर्थन रेलवे के जीएम और लखनऊ डिविजन के डीआरएम को टैग कर दिया।
-टीटीई ने मामला बढ़ता देख उस अनअथॉराइज्ड वेंडर को बेलहा रेलवे स्टेशन पर नीचे उतार दिया।
लखनऊ डिविजन के डीआरएम अनिल कुमार लाहोटी ने क्या कहा...
मामला गंभीर लापरवाही का है और इस मामले मे जांच बैठा दी गई है।
जांच के बाद संबंधित टीटीई के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।