अखिलेश की सौतेली मांं पर षड़यंत्र का आरोप लगाने वाले MLC को शिवपाल ने निकाला बाहर
लखनऊ: सपा में चल रही पारिवारिक कलह अब और बढ़ गई है। अखिलेश समर्थक एमएलसी उदयवीर को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया गया है। उदयवीर ने 2 दिन पहले मुलायम सिंह यादव को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने घर के ही सदस्यों पर अलिखेश यादव के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था। साथ ही नेताजी से अखिलेश को उत्तराधिकारी बताते हुए पार्टी की कमान सौंपने के लिए कहा था।
पार्टी से निकाले जाने के बाद क्या बोलेे एमएलसी उदयवीर
समाजवादी पार्टी से निकाले जाने के बाद अखिलेश के करीबी उदयवीर ने कहा कि गाली देने वाले इन हैं और जो पार्टी के हित में बात करता है वो आउट है। उन्होंने कहा कि मैंने राजनैतिक तौर पर अपनी बात रखी है।बीजेपी के इशारे पर अखिलेश के खिलाफ साजिश रची जा रही है। मेरे खिलाफ कार्रवाई हुई है इस पर मुझे कोई अफसोस नहीं है। जो बात सही है वो मैंने पत्र के माध्यम से लिखा है।
पार्टी प्रवक्ता अंबिका चौधरी ने कहा कि
सपा प्रवक्ता अंबिका चौधरी ने कहा कि रजत जयंती समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए यह मीटिंग की गई थी। उदयवीर सिंह के सवाल पर उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता करने वालों को माफ नहीं किया जाएगा। उदयवीर सिंंह के अमर्यादित आचरण किया है इसलिए उन्हें निकाला गया।
सपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि
किसी लीडर को ये हक नहीं कि वो अपनी चिट्ठी में ये कहे कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को हट जाना चाहिए ये अनुचित है। ऐसे अमर्यादित बयान बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
बेनी प्रसाद बर्मा ने क्या कहा
हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि सब सुलझ जाए। अब समय समय कम बचा है। कभी कभी इगो क्लैश हो जाता है। लेकिन बड़ी चीज के लिए छोटी चीजों को छोड़ना पड़ता है। सुलह की गुंजाइश हमेशा होती है।
आगे की स्लाइड में पढ़ें उदयवीर ने लिखी मुलायम को चिट्ठी...
उदयवीर ने मुलायम को लिखा था पत्र
सपा में जारी संघर्ष के बीच 19 अक्टूबर को एमएलसी उदयवीर सिंह ने अपने ही पार्टी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने सपा सुप्रीमो को चिट्ठी लिखकर अखिलेश के खिलाफ घर में हो रही साजिश के बारे में बताया था। उदयवीर ने चिट्ठी में कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अखिलेश यादव से निजी ईर्ष्या रखते हैं। सीएम के खिलाफ घर में ही साजिश हो रही है। एमएलसी ने सपा सुप्रीमो को चिट्ठी लिखकर अखिलेश को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग की है।
उदयवीर सिंह ने चिट्ठी में लिखा था कि अगर अखिलेश को अधिकार नहीं मिलता है तो पार्टी टूट सकती है। उदयवीर सिंह सीएम अखिलेश के बहुत करीबी माने जाते हैं।
विधान परिषद चुनाव में सीएम अखिलेश यादव के 5 बेहद क़रीबी नवजवान साथी जीते थे । इनमें युवा नेता उदयवीर सिंह, आनंद भदौरिया ,सुनील साजन,संतोष यादव सनी,और राजेश यादव राजू शामिल थे। इन सब में उदयवीर सिंह एटा मैनपुरी से निर्विरोध एमएलसी हैं। साथ ही वह सीएम के बेहद करीबी माने जाते हैं।
आगे की स्लाइड में पढ़ेंं अखिलेश की सौतेली मां पर उदयवीर ने उठाई थी उंगली...
अखिलेश की सौतेली मां रच रहीं साजिश
समाजवादी पार्टी में जारी संघर्ष के बीच एमएलसी उदयवीर सिंह ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव की पार्टी और परिवार में तमाम मुश्किलों के पीछे मुलायम की दूसरी पत्नी यानी अखिलेश की सौतेली मां (साधना गुप्ता) का हाथ है।
‘मुख्यमंत्री के प्रति निजी ईर्ष्या’
मुलायम को लिखी चिट्ठी में उदयवीर ने ‘मुख्यमंत्री के प्रति निजी ईर्ष्या’ टाइटल के नीचे लिखा है कि 2012 में पार्टी के पक्ष में अच्छे चुनाव नतीजे आए तो पार्टी के जो हितैषी थे, उनका विचार था कि सपा का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इसलिए हुआ है कि आपके साथ पार्टी के पास युवा, शिक्षित, शालीन और अपराध विरोधी अखिलेश यादव का बेदाग चेहरा भी था।
शिवपाल पर भी लगाए आरोप
अखिलेश जी भी कहते थे कि मुख्यमंत्री नेताजी(मुलायम सिंह) बनेंगे और आप अखिलेश जी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। यह बात आप दोनों के ही बीच की थी लेकिन चर्चा बाहर भी आ गई। इसके बाद से ही अखिलेश के खिलाफ साजिश की शुरुआत होने लगी। अलिखेश की सौतेली मां तो सामने नहीं आईं लेकिन उनका राजनीतिक चेहरा बनकर शिवपाल जी ने पार्टी के तमाम नेताओं से संपर्क कर इस निर्णय को रुकवाने की हर संभव कोशिश की।
महात्वाकांक्षी हैं शिवपाल यादव
उदयवीर ने चिट्ठी में लिखा है कि इस पारिवारिक ईर्ष्या से ऊर्जा पाकर शिवपाल की महात्वाकांक्षा तभी से अखिलेश का पीछा कर रही है। शिवपाल ने कई बार अलिखेश का मजाक उड़ाया। उन्हें लड़का कहा। उत्तर प्रदेश को विदेश बनाना चाहता है, ये एक्सप्रेस वे क्या बनवाएगा, कानून व्यवस्था इसके बस की बात नहीं।
समय के साथ अापकी पत्नी, पुत्र व पुत्रवधु और आपके भाई के साथ उनके रिश्तेदार मौकापरस्त नेता और ठेकेदार जुड़ते गए और मुख्यमंत्री जी के खिलाफ षड़यंत्र रचते रहें। आपने मुख्यमंत्री को इन लोगों के दबाव में कई बार अपमानित किया लेकिन उनकी तरफ कभी ध्यान नहीं दिया।
आगे की स्लाइड में पढ़ें उदयवीर के पत्र का मुलायम के करीबी आशू मलिक ने दिया था मुंहतोड़ जवाब...
मुलायक के करीबी आशू मलिक ने दिया था जवाब
उदयवीर के पत्र के दूसरे दिन ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के करीबी एमएलसी आशू मलिक ने एमएलसी उदयवीर सिंह की चिट्ठी का जवाब दिया था। उदयवीर की चिट्ठी के जवाब में आशू मलिक ने पत्र जारी कर निशाना साधा था। आशू ने उदयवीर को जवाब में लिखा था कि नेताजी(मुलायम सिंह) के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नेता जी पर उंगली उठाने वालों की कोई भी राजनीतिक हैसियत नहीं है। मुलायम के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। समाजवादी पार्टी मुलायम के दम पर है। मुसलमानों के विश्वास हैं मुलायम। उनको हटाने की मांग करने वाले लोग स्वार्थी हैं।
एमएलसी उदयवीर सिंह ने बुधवार को सपा सुप्रीमो को चिट्ठी लिखकर सपा की पूरी कमान सीएम अखिलेश को सौंपने की बात कही थी। उदयवीर ने चिट्ठी के जरिए आरोप लगाया था कि पार्टी के कुछ नेता अखिलेश यादव से निजी ईर्ष्या रखते हैं। सीएम के खिलाफ घर में ही साजिश हो रही है। एमएलसी ने सपा सुप्रीमो को चिट्ठी लिखकर अखिलेश को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग की थी।
उदयवीर सिंह ने चिट्ठी में लिखा है कि अगर अखिलेश को अधिकार नहीं मिलता है तो पार्टी टूट सकती है। एटा मैनपुरी से निर्विरोध एमएलसी उदयवीर सिंह सीएम अखिलेश के बहुत करीबी माने जाते हैं। वहीं आशू मलिक को मुलायम सिंह का खास माना जाता है ।
सपा में लेटर बमबारी को रोकने के लिए सामने आए थे सीएम अखिलेश...
क्या कहा था अखिलेश ने
-सपा में चल रहे लेटर बम पर रोक लगाने के लिए सीएम अखिलेश मैदान में उतरना पड़ा था।
-बुधवार को एमएलसी उदयवीर का लेटर और उसके बाद आशू मलिक।
-सीएम गुरुवार को सख्त हिदायत देते हुए कार्यकर्ताओं को कहा था कि मेरे समर्थन में किसी को पत्र देने की जरूरत नहीं है।
-सीएम ने कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि कार्यकर्ता और नेता विवादित बयान देने से बचें।