नई दिल्ली : रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने मंत्रालय में त्वरित निर्णय लेने के लिए तीनों सेनाओं के प्रमुखों और रक्षा सचिवों के साथ प्रतिदिन बैठक करने का फैसला लिया है। सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, गुरुवार को अपना पदभार संभालने के बाद रक्षामंत्री ने रक्षा मंत्रालय की गतिविधि और कार्य पद्धति जानने के लिए शीर्ष अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें की हैं और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर स्पष्ट आदेश दिए हैं।
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निर्मला ने अधिग्रहण प्रस्तावों की गति बढ़ाने पर विशेष जोर दिया है। मंत्री ने रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की बैठक भी आयोजित करने का फैसला लिया है। यह परिषद रक्षा खरीद से जुड़े सारे महत्वपूर्ण फैसले लेती है। इसकी बैठक अब हर पखवाड़े होगी।
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इससे पहले डीएसी की बैठक महीने में एक बार होती थी, जिससे दो बैठकों के बीच काफी अंतराल आ जाता था।
बयान के अनुसार, "रक्षा तैयारियों और रणनीतिक मुद्दे के हितों की रक्षा के लिए तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की पूरी योजना तय की गई है। त्वरित निर्णय लेने के लिए रक्षा मंत्री अब थल, जल, वायुसेना के प्रमुखों के साथ रक्षा सचिवों से प्रतिदिन मुलाकात करेंगी।"
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बयान के अनुसार, "आधारभूत परियोजना के लिए भूमि संबंधी मामले को सुलझाना एवं सैनिकों एवं उनके परिवारों के कल्याण से जुड़े दूसरे मामले मंत्रालय की अन्य प्राथमिकताओं में शामिल हैं।"