रामपुर: जिले में नगर निकाय चुनाव में चेयरमैन पद के कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार को पहुंचे सिने अभिनेता और सांसद राजबब्बर का अपनी ही पार्टी के पदाधिकारी से मंच पर तकरार हो गया। तनातनी इतनी बढ़ गई उन्होंने सपा नेता और पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। राजबब्बर ने पीएम मोदी और बीजेपी को राम नाम रट लगाने वाला और राहुल गांधी को राम नाम लेने वाले महात्मा गांधी की सोच को जिंदा रखने वाला बताया।
मशहूर सिने अभिनेता और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर तथा कांग्रेस पदाधिकारी नसीर शाह मियां के बीच निकाय चुनाव प्रचार के दौरान मंच पर तीखी तकरार देखने को मिली। इसके बाद नाराज राजबब्बर ने सपा के पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ मंच से कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। राजबब्बर कांग्रेस प्रत्याशी सीमा अरशद के प्रचार के लिए यहां आए थे।
किसी के खिलाफ बोलने नहीं आए हैं
दरअसल, राजबब्बर ने मंच से युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव को डांट और नाराजगी भरे लहजे में नसीहत दी। कहा, 'उनकी जात इतनी खराब नहीं हो सकती कि जिनके साथ वह कभी रहे, वह उनके खिलाफ बोलें। बड़ी खूबसूरती के साथ उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा, कि वह 'रामपुर में किसी के खिलाफ बोलने नहीं बल्कि जनता की जरूरत पर आधारित नगर निकाय चुनाव में प्रचार के लिए आए हैं। वह मौलाना अबुल कलाम आजाद के संसदीय क्षेत्र रामपुर में आए हैं। वो मौलाना जिन्होंने 1947 में जामा मस्जिद की सीढ़ियों से कहा था, कि मुसलमानों हिन्दुस्तान छोड़कर कहां जा रहे हो, यहां तुम्हारे बुजुर्ग दफन हैं.. उन्हें छोड़कर कहां जा रहे हो। इससे हिन्दुस्तान छोड़कर जाने वाले आधे से ज्यादा मुसलमान यहीं रुक गए।'
राजबब्बर ने याद दिलाए पुराने दिन
बता दें, कि मंच से राजबब्बर ने युवा कांग्रेस नेता और पूर्व प्रदेश महासचिव नसीर शाह मियां को पीछे से हटने के लिए आग्रह किया, जिससे वह नाराज होकर मंच पर बैठ गए। उन्होंने राजबब्बर के संबोधन के दौरान बीच में ही आजम खान के जुल्मों के खिलाफ जेल जाने की बात कही। जिस पर राजबब्बर ने कहा, कि 'वो यहां किसी के खिलाफ बोलने नहीं आए हैं। वह कभी उनके साथ रहे हैं और उनकी जात इतनी खराब नहीं कि वह जिनके साथ रहे उनके ही खिलाफ बोलें। यह चुनाव जनता की जरूरतों का चुनाव है न कि किसी व्यक्ति के खिलाफ।'
राजबब्बर के कहने का मतलब था कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरी थी। कांग्रेस के साथ हुए गठबंधन के मद्देनजर राजबब्बर ने पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ कुछ भी बोलने से इंकार किया। ऐसी स्थिति में मंच पर काफी तनातनी रही।
बापू की सोच को जिंदा रखने के लिए राहुल लड़ रहे
इस तकरार के बाद मंच से माहौल को बदलते हुए राजबब्बर ने पीएम मोदी और बीजेपी को आड़े हाथों लिया। कहा, कई प्रदेशों के चुनावों ने पीएम मोदी को गली-गली घूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा, कि 'राम का नाम लेने वाले महात्मा गांधी की सोच को जिंदा रखने के लिए राहुल गांधी बीजेपी से लड़ रहे हैं।'