गोरखपुर: गुलरिहा में सिरफिरे युवक ने एक मस्जिद पर पाकिस्तानी झंडे जैसा झंडा लगाकर माहौल गरमा दिया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंचे चौकी इंचार्ज ने तत्काल झंडा उतरवाकर माहौल शांत किया। झंडा लगाने वाले आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि दो झंडे मिले हैं, लेकिन दोनों धार्मिक हैं। पाकिस्तानी झंडा मिलने की पुष्टि नहीं हुई है। जांच चल रही है।
झंडे पर भ्रम
-सोमवार देर शाम 19 वर्षीय शरीफ ने गांव की मस्जिद पर झंडे लगाए जिनमें एक पाकिस्तानी झंडे से मिलता-जुलता था।
-मंगलवार सुबह गांव वालों की नजर झंडे पर पड़ी तो मामला चर्चा में आ गया।
-गांव वालों ने मोबाइल से इसकी फोटो खींच कर भटहट पुलिस चौकी को सूचना दी।
-चौकी इंचार्ज संजय यादव ने तत्काल मौके पर पहुंच कर विवादित झंडा उतरवाया और लोगों को शांत किया।
इस्लामिक हैं झंडे
-सुबह सात बजे गांव पहुंचे गुलरिहा के थानाध्यक्ष सुनील सिंह ने झंडा फहराने वाले युवक मोहम्मद शरीफ को गिरफ्तार कर लिया।
-एसडीएम सदर और सीओ गोरखनाथ डीएन शुक्ला भी फोर्स के साथ गांव पहुंच गए।
-एसएसपी रामलाल वर्मा, ने बताया कि जांच में दो झंडे मिले हैं, जो इस्लामिक हैं। इन झंडों में कुछ बदलाव के चलते इन्हें पाकिस्तानी समझ लिया गया, लेकिन कोई पाकिस्तानी झंडा नहीं मिला है। जांच और पूछताछ की जा रही है।
जारी है जांच
-सीओ डीएन शुक्ला के अनुसार दो दिन पहले ही गांव में झंडे लगाए गए थे। आरोपी शरीफ का पिता मजदूरी करता है, जबकि उसके भाइयों में एक सऊदी अरब और दूसरा हैदराबाद में रहता है। पता लगाया जा रहा है कि उसे यह झंडे कहां से मिले।
-ग्राम प्रधान, सविता निषाद और मस्जिद के इमाम खैरुल्लाह ने बताया कि त्योहार के मद्देनजर शरीफ ने ही गांव और मस्जिद पर कई जगह झंडे लगाए थे। इस्लामिक झंडे के बीच पाकिस्तानी झंडे से मिलता जुलता झंडा लगाने की उन्हें जानकारी नहीं हो पाई।