UP: मुख्यमंत्री कराएंगे यश भारती पुरस्कार की जांच, मैत्रेय परियोजना पर लगाई रोक
लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने संस्कृति विभाग के प्रस्तुतिकरण के दौरान यश भारती पुरस्कार के मापदंडों की गहन जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही कुशीनगर की 14 साल से चल प्रस्तावित मैत्रेय परियोजना को रोकने के आदेश भी दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने यश भारती पुरस्कार से संबंधित जांच आदेश में कहा है कि 'यह पता लगाया जाए कि पुरस्कार किन आधारों पर दिए गए। मापदंडों की समीक्षा के बाद जरूरी कार्रवाई भी जाएगी।' सीएम ने कहा, कि पुरस्कारों के वितरण के दौरान उसकी गरिमा का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। अपात्रों को अनावश्यक पुरस्कृत करने से पुरस्कार की गरिमा घटती है।
सीएम ने रोकी मैत्रेय परियोजना
सीएम योगी ने कुशीनगर जिले में चल रही मैत्रेय परियोजना पर रोक लगा दी है। कहा, कि इसमें शामिल ट्रस्ट ने 14 साल पूरे होने के बाद भी आज तक इसे आगे बढ़ाने की दिशा में कोई काम नहीं किया। प्रजेंटेशन के दौरान उन्होंने इस पर पुनर्विचार की आवश्यकता पर जोर दिया। योगी बोले, 'अनावश्यक भूमि अधिग्रहण के कारण इससे प्रभावित किसान इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं। इस परियोजना की संकल्पना एवं इसको लागू करने का तरीका ठीक न होने के कारण यह अभी तक मूर्त रूप नहीं ले पाई है।'
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भूमि अधिग्रहण से पहले किसानों की राय जरूरी
इतना ही नहीं उनके मुताबिक किसी भी परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण से पहले किसानों की राय अवश्य ली जानी चाहिए और अधिग्रहण के लिए जिले की ऊसर, बंजर जैसी अनुपजाऊ भूमि का उपयोग कराना चाहिए। साथ ही इस परियोजना की व्यापक समीक्षा कर इस पर पुनर्विचार किया जाए और इसे रोक दिया जाए।
जानें और क्या कहा सीएम ने?
-भातखंडे संगीत संस्थान पर चर्चा करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा, कि 'इसकी शाखाएं प्रदेश के अन्य जिलों में भी स्थापित करने की संभावनाओं को तलाशा जाए। कॉलेजों को इस संस्थान से सम्बद्ध किया जाए।
-सीएम ने गरीब और वृद्ध कलाकारों को दी जाने वाली मासिक पेंशन की राशि को बढ़ाने के लिए भारत सरकार द्वारा संचालित ऐसी ही योजनाओं से प्रदेश सरकार द्वारा संचालित इस योजना को जोड़ने के लिए कहा।
-सीएम आदित्यनाथ ने ब्रज क्षेत्र में कला केन्द्र स्थापित करने के प्रस्ताव पर भी विचार करने का आश्वासन दिया।
-आदेश दिया कि लोक परम्परा, लोक संस्कृति, लोकगीत तथा ऐतिहासिक परम्पराओं पर केंद्रित लाइट एंड साउण्ड कार्यक्रमों के आयोजन पर भी काम किया जाए।
-पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अस्सी घाट में सुबह-ए-बनारस कार्यक्रम को ‘सुप्रभातम’ नाम से आयोजित करने का भी आश्वासन दिया।