वॉशिंगटन: सीरिया में कार्रवाई के बाद अब अमेरिका के निशाने पर उत्तर कोरिया आ गया है। हालांकि, विश्लेषक ऐसा अनुमान पहले से लगा रहे थे। लेकिन इन अटकलों को बल इस बात से मिला जब अमेरिका ने जंगी बेड़ों का एक समूह उत्तर कोरियाई प्रायद्वीप की ओर रवाना किया।
अमेरिकी प्रशांत महासागर विंग के प्रवक्ता कमांडर डेव बेनहम ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया, कि 'अमेरिकी प्रशांत कमान ने ऐहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है। कार्ल विनसन स्ट्राइक ग्रुप नॉर्थ को आदेश दिया गया है कि वह पश्चिमी प्रशांत में अपनी तैयारी बनाए रखें।'
उत्तरी कोरिया को बताया खतरा
बता दें कि शनिवार को बेनहम ने कहा था, कि 'उत्तरी कोरिया लंबे समय से परमाणु हथियारों को विकसित कर रहा है। उसकी इन कोशिशों को देखते हुए उत्तर कोरिया इस समूचे क्षेत्र की स्थिरता और शांति के लिए खतरा बना हुआ है।'
बेड़े में ये शामिल
अमेरिका के इस स्ट्राइक में निमित्ज श्रेणी का एयरक्राफ्ट करियर यूएस कार्ल विनसन, एक कैरियर एयर विंग, 2 गाइडेड मिसाइल विध्वंसक और एक गाइडेड मिसाइल क्रूजर शामिल है। बताया जा रहा है कि दरअसल इस ग्रुप को ऑस्ट्रेलिया जाना था, लेकिन वहां जाने की जगह यह बेड़ा सिंगापुर से पश्चिमी प्रशांत महासागर में चला गया।
आगे की स्लाइड में पढ़ें पूरी खबर ...
..तो इसलिए उठाया जा रहा कदम
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया अब तक पांच परमाणु परीक्षण कर चुका है। इनमें दो परीक्षण पिछले साल किया गया था। सेटेलाइट से मिली तस्वीरों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि उत्तर कोरिया शायद 6ठे परीक्षण की भी तैयारी कर रहा है।
ये है मुख्य वजह
बता दें, कि उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने 6 साल पहले अपने पिता की मौत के बाद सत्ता संभाली थी। किम जोंग के आने के बाद से ही नॉर्थ कोरिया परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिशों में जुटा है। उत्तरी कोरिया की ओर से अब तक दिए संदेशों की मानें, तो लगता नहीं कि वह परमाणु हथियारों को लेकर अपनी आक्रामकता घटाने की इक्छुक है। पिछले कुछ समय से उत्तर कोरिया ने कई असफल मिसाइल परीक्षण भी किए हैं। लेकिन आशंका है कि आने वाले समय में वह अपनी इन योजनाओं में कामयाब हो सकता है। यदि ऐसा होता है तो शायद अमेरिका और पड़ोसी दक्षिणी कोरिया के लिए चिंता का विषय होगा।