लखनऊ: 'निकली है दिल से ये दुआ... रंग दे तू मोहे गेरुआ।' शाहरुख खान की फिल्म 'दिलवाले' का यह सॉन्ग इन दिनों यूपी की सियासत में गज़ब का रंग बिखेर रहा है। रोडवेज बस, नगर निगम की गाडियां, हॉस्पिटल में भगवा रंग की चादर और एनेक्सी यानि मुख्यमंत्री दफ्तर को भगवा रंग में रंगने के बाद हज हाउज़ पर भगवा रंग चढ़ाया जा रहा है।
पहले सफ़ेद और हरे रंग में रंगी हुई थी हज हाउज़ की बिल्डिंग। अब इसे अफसरों की कारिस्तानी कहें या फिर सरकार की आंखों का इशारा। रंग बदलते सरकारी दफ्तर सियासत के नए केंद्र बिंदु बनते जा रहे हैं।
सोफा कवर से बस तक हो चुका है भगवा
कहावत है ख़रबूज़े को देख कर ख़रबूज़ा रंग बदलता है। यह कहावत इन दिनों उत्तर प्रदेश के सियासों हलकों में चर्चा सबब बनी हुई है। सीएम योगी आदित्यनाथ के कपड़े से यूपी के अफसर खासे प्रभावित हैं। सबसे पहले उनके सोफे के कवर से लेकर उस जगह पर भगवा रंग चढ़ाया गया, जिस पर सीएम की नज़र पहले पड़ सकती थी। हॉस्पिटल में बेडशीट भगवा हुई, तो अंत्योदय बस सेवा में शामिल बसों के रंग को भगवा कर दिया गया। रंग बदलने में माहिर नौकरशाहों ने नगर निगम की गाड़ियों का रंग बदलने के सीएम के पुराने दफ्तर यानि लाल बहादुर शास्त्री भवन एनेक्सी की दीवारों को भगवा रंग में रंगा गया।
मज़हबी जज़्बात कुरेदने वाला क़दम
अब रंग बदलते इन बिल्डिंगों की चर्चा शांत हो चुकी थी, जिसके बाद योगी के पसंदीदा भगवा रंग में हज हाउज़ पर चढ़ाया जा रहा है। हज हाउज़ के दफ्तर का रंग ऐसे वक़्त में बदला जा रहा है। जब हर छोटी बड़ी बात को लेकर यूपी में सियासत होती रही है। ट्रिपल तलाक़ पर नए बिल, बिना मेहरम महिलाओं के हज पर ले जाने के फरमान के बाद अब यूपी में हज हाउज़ पर चढ़ते भगवा रंग पर सियासत होना तय मानी जा रही है। विपक्षी दलों से लेकर उलेमा तक इस पर ऐतराज़ जता रहे हैं और इसे मज़हबी जज़्बात को कुरेदने वाला क़दम बता रहे हैं।