लखनऊ: आईपीएस ओम प्रकाश सिंह (ओपी सिंह) ने मंगलवार (23 जनवरी) को यूपी पुलिस के नए मुखिया का पदभार संभालते ही अपने तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने एक तरफ जहां बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही, वहीं मीडिया द्वारा एनकाउन्टर पर पूछे गए सवाल पर कहा कि 'अगर पुलिस पर गोली चलेगी, तो जवाब जरूर दिया जाएगा।' वहीं, फिल्म 'पद्मावत' की रिलीज़ पर डीजीपी बोले, जो भी जरूरी एक्शन होगा लेंगे। कानून का पालन कराना हमारी जिम्मेदारी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालना किया जाएगा।'
बता दें कि ओपी सिंह आज ही सीआईएसएफ से कार्यमुक्त हुए और यूपी डीजीपी की कमान संभाली। पद ग्रहण करने के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने आने वाले दिनों में यूपी पुलिस की प्राथमिकता को बताया। गौरतलब है कि यूपी डीजीपी की कुर्सी बीते 22 दिनों से खाली थी। इस वजह से विपक्षी पार्टियों ने भी कानून-व्यवस्था के नाम पर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया था। लेकिन आज कशमकश तब समाप्त हो गई जब यूपी पुलिस ने कुर्सी संभाल ली।
बच्चे, बुजुर्ग,महिलाओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता
डीजीपी की कुर्सी संभालने के बाद डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा, कि 'देश की सबसे बड़ी पुलिस फोर्स का मुखिया बनाया गया है, ये मेरे लिए गर्व की बात है। अभी सामने ढेर सारी चुनौतियां हैं। पुलिस बल के माध्यम से लोगों को सुरक्षा देना हमारा मकसद होगा। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होगी।'
...तो सेल्फ डिफेंस में गोली चलानी पड़ेगी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनकाउन्टर मुद्दे पर ओपी सिंह ने कहा, अगर पुलिस पर गोली चलेगी, तो ज़रूर उसका जवाब दिया जाएगा। बोले, पुलिस बल पर हमला होगा तो सेल्फ डिफेंस में गोली चलानी पड़ेगी।'
काफी बदलाव की ज़रूरत
उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ महीने से प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था बेहतर हुई है। हम उसे और बेहतर बनाएंगे। अभी काफी बदलाव की ज़रूरत है। मेरी कोशिश होगी हम जनता में भरोसा पैदा करें।'
पुलिस को अभी और प्रोफेशनल होना होगा
ओपी सिंह ने पुलिस के काम करने के तरीकों पर कहा, कि 'पुलिस को अभी और प्रोफेशनल होना होगा। सभी को प्रोफेशनल अंदाज में काम करना होगा। जनता में पुलिस की विश्वसनीयता बढ़े, ऐसी कोशिश करनी होगी।'
सड़क सुरक्षा को और बेहतर बनाया जाएगा
उन्होंने कहा, समाज में अपराध होते हैं। हमें उसे रोकना और उस पर काबू पाना होगा। ज़रूरी है कि किसी भी मामले की विवेचना में और गुणवत्ता लायी जाए। केस वर्कआउट करना ज़िम्मेदारी है।' डीजीपी ने कहा, 'आने वाले दिनों में ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा को और बेहतर बनाया जाएगा। इसी से सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है।'
हमारे पास अच्छे अफ़सर हैं
प्रदेश के नए डीजीपी ने कहा, 'राज्य में सुरक्षा भावना पैदा करेंगे। हमारे पास अच्छे अफ़सर हैं। आने वाले दिनों में पुलिस को और प्रोफेशनल बनाया जाएगा।'
विश्वसनीयता बनी रहे, इसकी कोशिश करूंगा
उन्होंने आगे कहा, 'उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य है। उसके हिसाब से यहां चुनौतिया भी हैं। मेरे पास सशक्त अफसरों की टीम है। जनता हमारे कार्यों से संतुष्ट हो, यह हमारा उद्देश्य होगा।' सिंह बोले, पुलिस बल विश्वसनीयता बनाए रखे, इसकी कोशिश करूंगा। उन्होंने आगे कहा, अपराध होते रहते हैं लेकिन उस पर काबू कैसे पाएं, जांच को कैसे बेहतर बनाएं, इन सब पर आने वाले दिनों में काम किया जाएगा।'
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बता दें, कि कैबिनेट की नियुक्ति मामलों की कमेटी ने 21 जनवरी को केंद्रीय गृह विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए 1983 बैच के आईपीएस ओम प्रकाश सिंह की समय से पहले यूपी कैडर में वापसी को मंजूरी दे दी थी। उसके बाद से ही माना जा रहा था कि ओपी सिंह संभवतः मंगलवार को ही यूपी पुलिस के मुखिया की कुर्सी संभाल सकते हैं।
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ये थी खबरें:
- खबरों की मानें तो इससे पहले पीएमओ ने ओपी सिंह के डीजीपी बनाने पर असहमति जताई थी।
-यूपी सरकार से डीजीपी के लिए एक और नाम का प्रस्ताव मांगा गया था।
-ओपी सिंह अभी सीआईएसएफ के डीजी पद पर तैनात थे।
-ओपी सिंह को 3 जनवरी 2018 को अपना पद संभालना था, लेकिन उस दिन के बाद से ही उन्होंने अपने नए पद को नहीं संभाला।
-ओपी सिंह के साथ साथ प्रशासनिक गलियारे में रजनीकांत मिश्रा के डीजीपी बनने की भी अफवाह फैली थी।
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