Ayodhya Ram Mandir: किसने दिया था " मंदिर वहीँ बनाएंगे" का नारा, जानिए इसके पीछे की कहानी

Ayodhya Ram Mandir: आइये जानते हैं राम जान भूमि से जुड़ा नारा मंदिर वहीं बनाएंगे' किसने दिया था। इसके पीछे की पूरी कहानी आपको काफी हैरान कर सकती है।

Update:2024-01-06 11:00 IST

Ayodhya Ram Mandir (Image Credit-Social Media)

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या का राम मंदिर अब बनकर लगभग तैयार हो चुका है। वहीँ 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहाँ राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे। वहीँ इस मंदिर में प्रवेश लेने के कई सारे नियम भी बनाये गए हैं। वहीँ आपको बता दें कि जब जब राम मंदिर का ज़िक्र आता रहा है एक नारा लोगों के ज़हन में आता है और 'राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे...।' लेकिन क्या आप जानते हैं इसके पीछे की क्या थी कहानी? आइये जानते हैं।

राम जन्म भूमि के नारे की पूरी कहानी

दशकों से राम मंदिर को लेकर लोग एक नारा बोलते आये हैं राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे... जिसे राम जन्म भूमि आंदोलन से जोड़कर देखा गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि ये नारा किसने दिया था? दरअसल ये किसी नेता या साधु-संत द्वारा यही बल्कि एक 22 साल के लड़के ने दिया था जो अयोध्या से लगभग एक हजार किलोमीटर दूर एक कार्यक्रम में था और अचानक ही उसने ये लाइन बोली, जिसके बाद ये राम जन्म भूमि आंदोलन का प्रतीक बन गया।

फैजाबाद के जिला जज केएम पांडेय के आदेश पर 1 फरवरी, 1986 को बाबरी मस्जिद-जन्म स्थान पर जड़ा करीब 37 साल पुराना ताला खोला गया था। उस समय भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे। लेकिन ये बात मुस्लिम समुदाय को बिलकुल भी पसंद नहीं आई और इसी के चलते इसका विरोध करने और बाबरी मस्जिद पर अपना हक़ कायम रखने के लिए उसी साल बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमिटी बनाई गयी।

कोर्ट केआदेश के बाद और ताला खुलने के बाद राम लला की पूजा भी शुरू कर दी गयी। वहीँ राम जन्म भूमि के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से आंदोलन चलता रहा। वहीँ दूसरी ओर उज्जैन में बजरंग दल का शिविर लगाया गया। उसी शिविर में मौजूद था एक शख्स जिसका नाम था सत्यनारायण मौर्य। शाम के समय वहां एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान सत्यनारायण मौर्य ने एक नारा ज़ोर से बोला 'राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे' इसके बाद ही वहां मौजूद हर शख्स के मुँह पर ये नारा था। वैसे इस नारे को लेकर खूब राजनीति हुई लेकिन आज भी इस नारे जो राम जन्म भूमि से जोड़कर देखा जाता है।

वहीँ इसको लेकर बीजेपी की विपक्षी पार्टियों ने इसमें एक और लाइन जोड़ी और कहा राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे...क्योंकि राम मंदिर पर बना ये नारा साल 1986 में सामने आया था और साल 1989 में पालमपुर में हुए अधिवेशन में बीजेपी ने राम मंदिर को अपने चुनावी घोषणापत्र में भी इसे शामिल किया था। विपक्ष का हमेशा यही कहना रहा कि तब से लेकर साल 2019 तक कई चुनाव हुए लेकिन बीजेपी ने लोगों को गुमराह किया और राम मंदिर को केवल चुनावी मुद्दा बनाकर रख दिया। लेकिन आखिरकार अब वो दिन आ गया और सत्यनारायण मौर्या का दिया गया नारा अब सच साबित हो गया और सभी को इसकी अब तारीख भी मिल गयी।

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