Bihar IAS Sanjeev Hans: करोड़पति IAS संजीव हंस, आलीशान घर और पैसा ही पैसा, जानें इनके बारे में सबकुछ
IAS Sanjeev Hans Kon Hai: बिहार के आईएएस अधिकारी संजीव हंस अपनी काली कमाई को लेकर चर्चा में हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। आइए जानें इनके बारे में।
IAS Sanjeev Hans Biography In Hindi: बिहार के आईएएस अधिकारी संजीव हंस (Bihar IAS Sanjeev Hans) की काली कमाई अब लोगों के सामने उजागर हो गई है। उनकी संपत्ति आमदनी से ज्यादा पाई गई है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में (Disproportionate Assets Case) आईएएस संजीव हंस और उनके करीबियों के ठिकानों पर ईडी द्वारा छापेमारी की गई थी। इसके बाद बिहार की विशेष निगरानी ईकाई (SVU) ने IAS और झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव समेत 14 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है। लेकिन ये पहला मौका नहीं है जब संजीव किसी अपराधिक मामले में फंसे हों, बल्कि इससे पहले उन पर गंभीर आरोप लगाए जा चुके हैं। आइए जानें बिहार के इस आईएएस अधिकारी के बारे में।
क्या है मामला (IAS Sanjeev Hans Case)
बता दें कि आईएएस संजीव हंस की संपत्ति आय से अधिक मिली है। जांच एजेंसी के मुताबिक, संजीव हंस की कुल आमदनी 5 करोड़ 47 लाख रुपये है, जिसमें से अधिकांश हिस्सा सैलरी और लोन से आया है। हालांकि उनके खर्च और संपत्तियां उनकी आमदनी से कहीं ज्यादा हैं। IAS की संपत्तियों में उनका दिल्ली के सी-35 आनंद निकेतन में 9 करोड़ 60 लाख रुपये का एक फ्लैट भी शामिल है। साथ ही उनके पिता और साले के नाम पर हिमाचल प्रदेश के कसौली में एक-एक विला भी है। इसके अलावा बताया गया है कि संजीव हंस ने अलग-अलग स्थानों पर करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति (Illegal Property) बना ली है।
संजीव हंस के बारे में जानकारी (IAS Sanjeev Hans Ke Bare Mein Jankari)
मूल रूप से पंजाब के रहने वाले संजीव हंस बिहार कैडर के 1997 बैच के IAS अधिकारी हैं। उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री (IAS Sanjeev Hans Education In Hindi) हासिल की है। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और इसमें सफलता भी हासिल की। संजीव हंस ने अपने पिता लक्ष्मण दास हंस से सिविल सेवा में आने की प्रेरणा ली थी। उनके पिता राज्य प्रशासनिक सेवा में अधिकारी के पद पर तैनात थे। LBSNAA में ट्रेनिंग खत्म करने के बाद उन्हें पहली बार बिहार के बांका जिले में एसडीएम के पद पर नियुक्ति मिली थी।
बता दें बिहार के आईएएस अधिकारी संजीव हंस कई जिलों के कलेक्टर रह चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने जल संसाधन विभाग और स्वास्थ्य विभाग समेत कई अन्य विभागों में अपनी सेवाएं दी हैं। उनके काम को देखते हुए 2023 में उन्हें देश के टॉप नौकरशाहों में शामिल किया गया था। उन्हें टॉप 23 चेंज मेकर ऑफ 2023 अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
रेप केस में फंस चुके हैं संजीव हंस (IAS Sanjeev Hans Controversies)
बताते चलें कि आईएएस अधिकारी संजीव हंस इससे पहले एक रेप केस में भी फंस चुके हैं। उनके साथ ही पूर्व विधायक गुलाब यादव पर एक महिला ने गैंगरेप का आरोप लगाया था। इस बलात्कार के मामले में आईएएस के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी। हालांकि हाईकोर्ट ने इस मामले को रद्द कर दिया था। इसके अलावा वह जिम्मेदार पद पर रहते हुए घूस की मांग भी करते थे।