Chanakya Niti: मनुष्य को भविष्य के बारे में चिंतिंत नहीं होना चाहिए, जानिए कैसे मिलेगी जीवन में सफलता
Chanakya Niti: आज हम आपको आचार्य चाणक्य के द्वारा बताये गए उन विचारो पर एक नज़र डालेंगे जो जीवन को जीने का सही अंदाज़ बताते हैं।
Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार अगर मनुष्य चले तो वो निश्चित ही सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ सकता है और अपने जीवन में नए आयामों को भी हासिल कर सकता है। आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गईं बातें उनकी पुस्तक चाणक्य नीति में लिपिबद्ध है। वो एक महान अर्थशास्त्री, दार्शनिक और राजनेता थे। उन्होंने चाणक्य नीति के अलावा भारतीय राजनीतिक ग्रंथ अर्थशास्त्र कृषि, राजनीति, अर्थ नीति और समाज नीति भी लिखा है। आज हम आपको उनके द्वारा बताये गए उन विचारो पर एक नज़र डालेंगे जो जीवन को जीने का सही अंदाज़ बताते हैं।
चाणक्य नीति में वर्णित आचार्य चाणक्य के विचार
1. भाग्य उनका साथ देता है जो कठिन परिस्थितयो का सामना
करके भी अपने लक्ष्य के प्रति ढृढ रहते है।
2. ये मत सोचो की प्यार और लगाव एक ही चीज है, दोनों एक दूसरे के दुश्मन हैं।
ये लगाव ही है जो प्यार को खत्म कर देता है।
3. कोई भी शिक्षक कभी साधारण नही होता
प्रलय और निर्माण उसकी गोद मे पलते है।
4. यदि आप प्रयास करने के बाद भी असफल हो जाऐं
तो भी उस व्यक्ति से हर हाल में बेहतर होंगे
जिसको बिना किसी प्रयास के सफलता मिल गई हो।
5.डर को नजदीक न आने दो,
अगर यह नजदीक आ जाय तो इस पर हमला कर दो।
6. खुद का अपमान करा के जीने से तो अच्छा है मर जाना
क्योकि प्राणों को त्यागने से एक ही बार कष्ट होता है पर
अपमानित होकर जिंदा रहने से बार-बार कष्ट होता है।
7. जब कोई सजा थोड़े मुआवजे के साथ दी जाती है,
तब वह लोगो को नेकी करने के लिए निष्टावान एवम
पैसे और ख़ुशी कमाने के लिए प्रेरित करती है।
8. जो लोगो पर कठोर से कठोर सजा को लागू करता है,
वो लोगो की नजर में घिनौना बनता जाता है,
जबकि नरम सजा लागू करता है, वह तुच्छ बनता है,
लेकिन जो योग्य सजा को लागू करता है वह सम्माननीय कहलाता है।
9. जिस प्रकार एक सूखे पेड़ को यदि आग लगा दी जाये
तो वह पूरा जंगल जला देता है, उसी प्रकार एक
पापी पुत्र पुरे परिवार बर्बाद कर देता है।
10. वह जो भलाई को लोगो के दिलो में सभी के लिए
विकसित करता चला जाता है, वह आसानी से अपने
लक्ष्य प्राप्ति के एक-एक कदम आगे बढ़ता चला जाता है।
11. भगवान मूर्तियों में नहीं है, आपकी अनुभूति ही आपका
इश्वर है और आपकी आत्मा ही आपका मंदिर है।
12. उदारता, प्रेमदायक भाषण, हिम्मत और अच्छा चरित्र
कभी प्राप्त नहीं किया जा सकता, ये सारे जन्मजात गुण ही होते है।
13. जो गुजर गया उसकी चिंता नहीं करनी चाहिए, ना ही भविष्य के
बारे में चिंतिंत होना चाहिए, समझदार लोग केवल वर्तमान में ही जीते हैं।
14. जो व्यक्ति शक्ति न होने पर मन में हार नहीं मानता उसे
संसार की कोई भी ताकत परास्त नहीं कर सकती।
15. संभव शब्द का प्रयोग केवल कायर ही करते है
बहादुर और बुद्धिमान व्यक्ति आपना मार्ग स्वयं बनाते है।