Christmas Day 2022: क्रिसमस के दिन प्रभु यीशु के सामने जरूर जलाएं मोमबत्ती, इसके पीछे का कारण है बहुत खास
Christmas Day 2022: 25 दिसंबर को दुनियाभर में धूमधाम से क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है।क्रिसमस ट्री (Christmas Tree Decoration)को सजाया, क्रिसमस सॉन्ग (Christmas Song)गया जाता है।
Christmas Day 2022: 25 दिसंबर को दुनियाभर में धूमधाम से क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन क्रिसमस ट्री (Christmas Tree Decoration) को सजाया जाता है और क्रिसमस सॉन्ग (Christmas Song) गया जाता है। इस दिन विशेषकर भगवान यीशु (Jesus Christ) को याद किया जाता है। साथ ही यीशु के सामने मोमबत्ती जलाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रिसमस के दिन मोमबत्ती (Christmas Candles) क्यूं जलाया जाता है? अगर नहीं जानते तो यहां जानिए आखिर क्रिसमस के दिन यीशु के सामने मोमबत्ती क्यूं जलाया जाता है:
जानें क्रिसमस के दिन क्यों जलाया जाता है मोमबत्ती
दरअसल मोमबत्ती जलाना यानी ज्योति या प्रकाश को ज्ञान का स्वरुप मानते हैं। बता दें यह ज्ञानता का प्रतीक होता है। ऐसा कहते हैं कि जब हम कैंडल या दिया कुछ भी जलाते हैं तो खुद को अंधकार या अज्ञानता से दूर कर प्रकाश के करीब पहुंचते हैं। प्रभु यीशू के जन्म पर भी कुछ ऐसा ही हुआ था। प्रभु यीशु के जन्म के साथ ही आशा की किरण पैदा हुई थी और इसके बाद से ही लोगों ने कैंडल जलाना शुरु कर दिया था। तब से सभी लोग प्रभु यीशू के सामने कैंडल जलाते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं कि उनके जीवन में आने वाले अंधकार को प्रभु यीशु दूर करें। बता दें यह कैंडल सिर्फ चर्च में नहीं बल्कि घर आंगन, ऑफिस जहां भी लोग मौजूद रहते हैं वहां जलाते हैं। आपको बता दें कि क्रिसमस के दिन ईसाई धर्म में खासकर सबसे ज्यादा कैंडिल जलाई जाती है और इससे मन की नकारात्मकता दूर होती है। तो आप भी क्रिसमस के दिन प्रभु यीशु के सामने जरूर मोमबत्ती जलाएं।
क्रिसमस के दिन यीशु के सामने क्यों जलाएं मोमबत्ती
दरअसल हिंदू धर्म में दिवाली की रात दिए जलाकर माता लक्ष्मी और देवी देवताओं को घर में आने के लिए आह्वान किया जाता है ठीक उसी तरह क्रिसमस पर मोमबत्ती जलाकर लोग प्रभू यीशू से जीवन में दुख के अंधकार दूर कर सुख के प्रकाश को लाने की प्रार्थना करते हैं। इसलिए क्रिसमस के दिन मोमबत्ती जलाया जाता है और रंग बिरंगी मोमबत्तियों का अपना अलग महत्व भी होता है।