Garuda Puran: क्या आपको पता है कि मृत्यु के इतने घंटे बाद घर आती है आत्मा, हैरान कर देगी वजह

Garuda Puran: आत्मा मृत्यु के बाद पृथ्वी लोक में आती है वहीँ ये कुछ समय तक यहीं विचरण करती है लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों होता है। आइये जानते हैं क्या कहता है गरुण पुराण।

Newstrack :  Network
Update: 2024-08-12 09:12 GMT

Garuda Puran (Image Credit-Social Media)

Garuda Puran: विशेषज्ञ इस तथ्य को जानने में लगे हुए हैं कि आखिर मृत्यु के बाद आत्मा कहाँ जाती है और उस समय कैसा महसूस होता है। कई लोगों ने ये भी दावा किया है कि मरने के कुछ घंटे के बाद तक आत्मा अपने शरीर के आस पास ही रहती है। लेकिन इन दावों में कितनी सच्चाई है इसका अभी तक कोई पुख्ता जवाब नहीं मिल पाया है। वहीँ गरुण पुराण के अनुसार व्यक्ति की मृत्यु के बाद कुछ देर बाद आत्मा वापस घर आती है। आइये जानते हैं आखिर कब वापस लौटती है आत्मा और क्या है इसकी वजह।

आपको बता दें कि मृत्यु को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठते हैं वहीँ इसको लेकर हिन्दू ग्रन्थ गरुण पुराण में कई बातें लिखीं हैं जिनसे ये साबित होता है कि आखिर मरने के बाद आत्मा का क्या होता है। आइये जानते हैं कि आखिर मृत्यु के बाद आत्मा घरती पर क्यों लौटती इसके पीछे की वजह क्या है।

ये तो सदियों से हम सभी सुनते आ रहे हैं कि मृत्यु के बाद आत्मा शरीर को छोड़ देती है लेकिन आपको बता दें कि इसके बाद आत्मा का नया सफर शुरू हो जाता है ,जहाँ उसे यमदूतों द्वारा गले में पाश बांधकर यमलोक लेकर जाया जाता है। वहीँ जो मनुष्य अधिक पापी होता है उसे यमदूत मृत्यु के बाद वापस धरती पर ले जाते हैं। यमदूत आत्मा को धरती पर 24 घंटे तक रुकने देते हैं।

पृथ्वी लोक पर आने के बाद यमराज व्यक्ति के कर्मो को एक बार फिर देखते हैं और उसका लेखा जोखा करते हैं वहीँ तब तक आत्मा पृथ्वी पर विचरण करती है। गौरतलब है कि हिन्दू धर्म में जब व्यक्ति मर जाता है तो उसकी तेरहवीं की जाती है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि गरुण पुराण में कहा गया है कि व्यक्ति की मृत्यु के बाद को भी परिजन 13वीं के कार्यक्रम से जुड़े रहते हैं और इस कर्मकांड को करते हैं इससे ही व्यक्ति का सूक्ष्म शरीर बनता है।

इसी सूक्ष्म शरीर में मृतक व्यक्ति की आत्मा का वास होता है। साथ ही इसी सूक्ष्म शरीर में वास करते हुए मृतक व्यक्ति की आत्मा तेहरवें दिन अपनी यमलोक की यात्रा शुरू करती है।

नोट: इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी विशेषज्ञों व शोधकर्ताओं की राय पर आधारित है। न्यूज़ट्रैक इसकी विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता है।

Tags:    

Similar News