Hal Sashti Vrat Recipe: हलषष्ठी व्रत में बनाये ये रेसिपी, स्वाद भी सबसे खास
Hal Sashti Vrat Recipe: आज हम आपको इस दिन व्रत में खाई जाने वाली आसान रेसिपी बताने जा रहे हैं जिसका स्वाद भी बेहद अच्छा है और बनाने में भी काफी आसान है।
Hal Sashti Vrat Recipe: 5 सितंबर दिन मंगलवार को हल षष्ठी तिथि का व्रत किया जाएगा। इस दिन को भगवान् श्री कृष्ण के बड़े भाई बलदाऊ के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। आज के दिन कोई भी ऐसी चीज़ नहीं खाई जाती तो बोई और जोती गई हो या जिसके लिए हल चलाया गया हो। आज हम आपको इस दिन व्रत में खाई जाने वाली आसान रेसिपी बताने जा रहे हैं जिसका स्वाद भी बेहद अच्छा है और बनाने में भी काफी आसान है।
हलषष्ठी व्रत स्पेशल रेसिपी
5 सितंबर को टीचर्स डे भी मनाया जाता है और हलषष्ठी व्रत पूजा भी है। वहीँ आज हम आपके लिए आज के दिन व्रत में बनाने वाली एक रेसिपी लेकर आये हैं जिसे आप आराम से बना और खा सकतीं हैं।
सामग्री
कुकिंग टाइम- 30 मिनट
1 या 2 सर्विंग
1गिलास पसहर चावल
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छः प्रकार की सब्जी
2 कटोरी सहजन के पत्ते
1/2 कटोरी कद्दू
8-10 पालक के पत्ते
8-10 पत्ते पोई भाजी के
स्वादानुसार सेंधा नमक
2 चम्मच घी
3-4 हरी मिर्च
1 कटोरी दही
आवश्यकतानुसार महुआ के पत्ते का पत्तल और दोना
बनाने की विधि
एक भगोना लीजिये इसमें चावल को अच्छी तरह धोकर 2 गिलास पानी डालकर पका लीजिये गैस को मीडियम फ्लेम पर ही रखें। इसके बाद इसे ढक दीजिये और बीच बीच में चम्मच चलाते रहिये जिससे चावल चिपके न। पानी जब कम हो जाये तब फ्लेम लों कर दीजिये। पानी सूखने के बाद गैस ऑफ़ कर दीजिये l
अब सभी सब्जियों को अच्छे से धोकर साफ़ कर लीजिये और एक कढ़ाई में इन सभी सब्जियों को अच्छे से धोकर डाल दीजिये। अब इन्हे थोड़ा सा पकाकर स्वादानुसार नमक डाल दें। अब इसे अच्छे से पका लें। जब सब सब्जियां पक जाएं तो गैस बंद कर दीजिये। और सभी सब्जियां निकालकर अलग रख लीजिये।
अब उसी कढ़ाई में देसी घी डालिये और हरी मिर्च काटकर भुन लीजिये अब इसमें सभी सब्जिया डालिये जिससे इसमें मिर्च का तड़का लग जायेगा। छौंक लगने के बाद गैस बंद कर दीजिये।
इसके बाद एक महुआ का पत्तल और दोना ले लीजिये अब एक कटोरी में दोना डाल दीजिये फिर उसमें दही डालकर नमक और हरी मिर्च मिला लीजिये l अब पत्तल में भात और सब्जी डाल दीजिये। ये आपका हलषष्टी का प्रसाद तैयार हो जायेगा। याद रखिये कि आप कोई भी सब्ज़ी ले सकते हैं लेकिन जिसे जमीन में हल न जुता या बोया न गया हो।