IAS Tina Dabi: पाकिस्तान से टक्कर लेने वाली आईएएस अफसर टीना डाबी, आइये जाने उनके बारे में विस्तार से

IAS Tina Dabi: आईएएस टीना डाबी पिछले कई दिनों से लगातार सुर्ख़ियों में बनी हुईं हैं। उनके खिलाफ पाकिस्तान से आए हिंदू प्रवासियों ने राजस्थान के जैसलमेर में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

Update: 2023-05-18 07:36 GMT
IAS Tina Dabi (Image Credit-Social Media)

IAS Tina Dabi: आईएएस टीना डाबी पिछले कई दिनों से लगातार सुर्ख़ियों में बनी हुईं हैं। उनके खिलाफ पाकिस्तान से आए हिंदू प्रवासियों ने राजस्थान के जैसलमेर में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि टीना डाबी पर उनके घरों को तोड़ा गया है। दरअसल शहरी सुधार ट्रस्ट (यूआईटी) द्वारा कथित तौर पर 50 से अधिक अस्थायी घरों को अतिक्रमण माना गया था। जिसके बाद उन्होंने ये फैसला लिया। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला और पाकिस्तानियों से टक्कर लेने वाली आईएएस टीना डाबी आखिर हैं कौन।

कौन हैं पाकिस्तानियों से टक्कर लेने वाली आईएएस टीना

डाबी

2016 बैच की आईएएस टीना डाबी पिछले 7 सालों से खबरों में बनी हुई हैं। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान उनकी ऑनलाइन काफी चर्चा हुई थी और सोशल मीडिया पर भी उनकी मजबूत उपस्थिति है। टीना डाबी की यूपीएससी रैंक हो या फिर उनकी लव स्टोरी और शादी, टीना डाबी की कहानी औरों से अलग है। सरकारी अफसरों के परिवार से ताल्लुक रखने वाली टीना की छोटी बहन रिया डाबी भी एक आईएएस अफसर हैं।

टीना डाबी निस्संदेह एक आईएएस सेलिब्रिटी हैं। 2015 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में पहली रैंक हासिल करने के बाद उन्होंने देश का ध्यान आकर्षित किया। वो उस समय सिर्फ 22 साल की थी लेकिन उसने अपने पहले ही प्रयास में सबसे कठिन परीक्षा पास कर ली। वो फिलहाल जैसलमेर में तैनात हैं। टीना तब भी सुर्ख़ियों में आ जाती हैं जब वो सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदलती हैं। वहीँ जैसलमेर में सरकारी भूमि से पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों को बेदखल करने के कथित आदेश के बाद बुधवार को एक बार फिर ट्विटर पर "#टीना_डाबी" ट्रेंड करने लगा।

150 से ज्यादा पाकिस्तान से आए हिंदू प्रवासी बेघर

शहरी सुधार ट्रस्ट (यूआईटी) द्वारा कथित तौर पर 50 से अधिक अस्थायी घरों को अतिक्रमण माना गया था। जिसके बाद टीना डाबी ने सरकारी जमीन से बेदखली का आदेश दिया। साथ ही इसके जवाब में जिला प्रशासन ने कहा है कि विस्थापितों ने जैसलमेर में अमर सागर झील के किनारे अवैध रूप से मकान बना लिए थे, जिससे झील में पानी की आवक बाधित हो गई थी। आईएएस टीना डाबी ने निर्णय को सही ठहराते हुए कहा कि ये अमरसागर के ग्राम प्रधान और स्थानीय निवासियों से प्राप्त शिकायतों के आधार पर लिया गया था। टीना डाबी ने आगे उल्लेख किया कि शरणार्थियों को जमीन खाली करने के लिए पहले भी नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उन्होंने इसको पालन करने से इनकार कर दिया। वर्तमान में कुल 28 अतिक्रमण हटाए जा चुके हैं।

डीएम डाबी के अनुसार, ये लोग विस्थापित पाकिस्तानी हैं जिन्हें नागरिकता नहीं दी गई है और वे वर्तमान में दीर्घकालिक वीजा पर रह रहे हैं। राज्य सरकार ने अभी तक इन व्यक्तियों के बंदोबस्त के संबंध में कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किया है।

आपको बता दें कि एक आईएएस अधिकारी से टीना डाबी की दूसरी शादी ने न केवल अखबारों में बल्कि राष्ट्रीय दैनिकों और पत्रिकाओं में भी सुर्खियां बटोरीं थीं।

लम्बी चौड़ी है आईएएस टीना डाबी की फैन लिस्ट

लोग 'आईएएस टीना डाबी' के बारे में सब कुछ जानना चाहते हैं। वो क्या पहनती है, कैसे चलती है, कैसे अपना काम करती है। वो Google पर ट्रेंड करती है। उसकी जन्म स्थान से लेकर उसकी जाति, विवाह और उसके पति तक की सारी जानकारी ऑनलाइन है।

2017 में सहायक कलेक्टर, अजमेर, राजस्थान के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग के बाद से, डाबी ने भारतीय नौकरशाही के रैंक में वृद्धि की है। नवंबर 2020 तक, वो जयपुर में संयुक्त सचिव वित्त (कर) विभाग थीं और वर्तमान में जैसलमेर में जिला कलेक्टर और मजिस्ट्रेट हैं।

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