Grammy Awards 2025: कौन हैं भारतीय-अमेरिकी गायिका चंद्रिका टंडन, जिन्हें 'त्रिवेणी' के लिए मिला ग्रैमी अवॉर्ड
Chandrika Tandon Grammy Award: ग्रैमी अवॉर्ड्स विजेताओं की लिस्ट में भारतीय-अमेरिकी सिंगर और एंटरप्रेन्योर चंद्रिका टंडन भी शामिल हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।;
Grammy Awards 2025: म्यूजिक इंडस्ट्री के ऑस्कर माने जाने वाले ग्रैमी अवॉर्ड्स 2025 को लॉस एंजिल्स में आयोजित किया गया। 67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स के विजेताओं की लिस्ट (Grammy Awards 2025 Winner List) को जारी कर दिया गया है। विजेताओं की लिस्ट में भारतीय-अमेरिकी सिंगर और एंटरप्रेन्योर चंद्रिका टंडन (Chandrika Tandon) का नाम भी शामिल है। चंद्रिका को एल्बम 'त्रिवेणी' (Triveni) के लिए बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट या चैंट एल्बम श्रेणी में ग्रैमी पुरस्कार मिला है। आइए जानते हैं ग्रैमी अवॉर्ड को अपने नाम करने वालीं चंद्रिका टंडन के बारे में।
चंद्रिका टंडन कौन है (Chandrika Tandon Kon Hai)?
ग्रैमी में जलवा बिखेरने वालीं चंद्रिका टंडन का पूरा नाम चंद्रिका कृष्णामूर्ति टंडन (Chandrika Krishamoorthy Tandon) है। वह पेशे से एक बिजनेसवुमन, फिलांथ्रोपिस्ट, वोकलिस्ट और कंपोजर हैं। टंडन मुख्य रूप से मैकिन्से एंड कंपनी में भागीदार चुनी जाने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी महिला के रूप में अपने बिजनेस वेंचर्स के लिए जानी जाती हैं। उनका जन्म 1954 में एक कंजर्वेटिव तमिल ब्राह्मण परिवार में चेन्नई में हुआ था। उनकी पढ़ाई भी वहीं से हुई। उन्होंने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज (Madras Christian College) से उच्च शिक्षा हासिल की और आईआईएम अहमदाबाद से मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की।
1975 में आईआईएम अहमदाबाद से स्नातक होने के बाद चंद्रिका टंडन ने लेबनानी गृहयुद्ध के दौरान बेरूत में सिटीबैंक के लिए एक कार्यकारी के रूप में काम किया था। 24 साल की उम्र में उन्हें न्यूयॉर्क शहर में मैकिन्से एंड कंपनी में एक पद ऑफर किया गया और वह कंपनी में भागीदार बनने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी बन गईं। 2004 में, टंडन ने कृष्णमूर्ति टंडन फाउंडेशन की शुरुआत की, जो न्यूयॉर्क शहर में स्थित एक प्राइवेट फाउंडेशन है। यह कम्युनिटी बिल्डिंग, आार्ट्स और स्पिरिचुअलिटी के क्षेत्र में संगठनों के साथ साझेदारी करता है।
ग्रैमी अवॉर्ड (Chandrika Tandon Grammy Award)
बता दें इंडियन-अमेरिकन वोकलिस्ट और एंटरप्रेन्योर चंद्रिका टंडन इससे पहले ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट हुई थीं। लेकिन इस साल हुए 67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में उन्हें अपने एल्बम 'त्रिवेणी' के लिए बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट या चैंट एल्बम श्रेणी में ग्रैमी अवॉर्ड मिला। उन्होंने अपने कोलेबरेटर-दक्षिण अफ्रीकी बांसुरी वादक वाउटर केलरमैन (Wouter Kellerman) और जापानी वायलिन वादक इरु मात्सुमोतो (Eru Matsumoto) के साथ इस अवॉर्ड को शेयर किया।
इस अवॉर्ड को पाकर चंद्रिका बेहद खुश हैं। अवॉर्ड जीतने के बाद उन्होंने कहा, इस कैटेगरी में हमारे पास बहुत अच्छे नॉमिनेशन थे। फैक्ट ये है कि हमने अवॉर्ड जीता है और ये हमारे लिए बहुत स्पेशल मोमेंट है। हमारे साथ जो म्यूजिशियन नॉमिनेट हुए थे वो सभी शानदार हैं।