International Forest Day 2025: अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस क्या है, कैसा है इसका इतिहास, जानें सबकुछ

Antarrashtriya Van Divas| 2025: हर साल 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 में इस दिवस की स्थापना की थी।;

Written By :  Akshita Pidiha
Update:2025-03-20 11:56 IST

International Day of Forests (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

International Day of Forests 2025: अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस (International Day of Forests) हर साल 21 मार्च को मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य वनों के महत्व, संरक्षण और सतत प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। वनों का संरक्षण न केवल पर्यावरण संतुलन के लिए आवश्यक है, बल्कि यह जलवायु परिवर्तन को कम करने, जैव विविधता को बनाए रखने और लाखों लोगों की आजीविका का स्रोत भी है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 में इस दिवस की स्थापना की थी और इसे पहली बार 2013 में मनाया गया। इस दिन दुनिया भर में वृक्षारोपण अभियान, जागरूकता कार्यक्रम और वनों के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस की स्थापना का इतिहास (What is the history of International Forest Day?)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस की स्थापना का विचार सबसे पहले 1971 में यूरोपीय कृषि महासंघ (FAO) द्वारा रखा गया था। इसके बाद, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 28 नवंबर 2012को एक प्रस्ताव पारित कर इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का निर्णय लिया। 21 मार्च को वसंत विषुव (Spring Equinox)के करीब होने के कारण इस दिन को चुना गया, क्योंकि यह दिन वनों और प्रकृति के पुनर्जागरण का प्रतीक माना जाता है। 2013 में पहली बारइस दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाया गया।

अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस का उद्देश्य (International Forest Day Purpose)

इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:-

1. वनों के संरक्षण के प्रति जागरूकता: लोगों को वनों के महत्व और उनकी रक्षा के लिए प्रेरित करना। वनों की कटाई, जंगलों की आग और अवैध लकड़ी कटाई जैसी समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना।

2. जलवायु परिवर्तन से निपटने में वनों की भूमिका: वनों का संरक्षण जलवायु परिवर्तन को कम करने में सहायक है, क्योंकि पेड़ वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) को अवशोषित करते हैं। वनों के संरक्षण से ग्लोबल वॉर्मिंग के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

3. जैव विविधता का संरक्षण: वनों में पृथ्वी के लगभग 80% स्थलीय जीवों का निवास होता है। इस दिवस का उद्देश्य वन्य जीवन के संरक्षण को प्रोत्साहित करना और जैव विविधता को बनाए रखना है।

4. सतत विकास और गरीबी उन्मूलन: दुनिया भर में लगभग 1.6 अरब लोग वनों पर अपनी आजीविका के लिए निर्भर हैं। वनों के सतत प्रबंधन से लोगों को रोजगार और संसाधन प्राप्त होते हैं, जिससे गरीबी उन्मूलन में मदद मिलती है।

वनों का महत्व (Forests Importance)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

वन पृथ्वी के लिए एक अमूल्य प्राकृतिक संसाधन हैं। इनके संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। वनों का महत्व निम्नलिखित है:-

1. पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना: वनों से ऑक्सीजन का उत्पादन होता है और कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण किया जाता है, जिससे वायु शुद्ध होती है। वन वर्षा को आकर्षित करते हैं और जल चक्र को संतुलित रखते हैं।

2. जलवायु परिवर्तन को कम करना: पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं, जिससे ग्रीनहाउस प्रभाव कम होता है। वनों का संरक्षण जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने में सहायक है।

3. जैव विविधता का संरक्षण: वन विभिन्न प्रकार के वन्य जीवों का प्राकृतिक आवास हैं। इनका संरक्षण वन्य जीवन को बचाने के लिए आवश्यक है।

4. मिट्टी का संरक्षण: वृक्षों की जड़ें मिट्टी को बांधकर रखती हैं, जिससे मृदा अपरदन (Soil Erosion) नहीं होता है।इससे भूमि की उर्वरता बनी रहती है।

5. आर्थिक लाभ: वनों से लकड़ी, रेजिन, गोंद, जड़ी-बूटियां, फल आदि प्राप्त होते हैं, जिससे लोगों को आर्थिक लाभ होता है। वनों पर आधारित उद्योगों में लाखों लोगों को रोजगार मिलता है।

अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस का महत्व और मनाने के तरीके (International Forest Day Significance And Ways Of Celebration)

इस दिवस को दुनिया भर में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है:-

1. वृक्षारोपण अभियान: कई देशों में इस दिन व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों और विभिन्न संगठनों द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

2. जागरूकता अभियान: वनों के महत्व और संरक्षण पर जागरूकता बढ़ाने के लिए संगोष्ठी, वेबिनार और जागरूकता रैलियां आयोजित की जाती हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से भी वन संरक्षण को लेकर संदेश फैलाए जाते हैं।

3. शिक्षा और अनुसंधान कार्यक्रम: स्कूलों और विश्वविद्यालयों में वनों के महत्व और उनके संरक्षण पर व्याख्यान और चर्चा सत्र आयोजित किए जाते हैं। वैज्ञानिक अनुसंधान के माध्यम से वनों की स्थिति का आकलन किया जाता है।

4. सरकारी पहल और नीतियां: इस दिन कई देशों की सरकारें वन संरक्षण को लेकर नई योजनाओं और नीतियों की घोषणा करती हैं। वन क्षेत्रों के संरक्षण और पुनर्वनीकरण के लिए नीतिगत फैसले लिए जाते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस थीम 2025 (International Day of Forests 2025 Theme)

हर साल अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस (International Day of Forests in Hindi) की एक थीम रखी जाती है। अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस 2025 की थीम ‘वन और भोजन’ (Forests and Food) है। यह थीम इस बात पर जोर देती है कि वन न केवल पर्यावरणीय संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि हमारे भोजन प्रणाली में भी उनका अहम योगदान है।

अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस क्यों मनाया जाता हैं?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

इसे मनाने के कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार है:-

1- वनों का संरक्षण जरूरी है ताकि कार्बन उत्सर्जन कम हो, जल स्रोत सुरक्षित रहें, और जैव विविधता बनी रहे। इस दिन को मनाने का उद्देश्य वनों को बचाने और उनके सतत प्रबंधन को प्रोत्साहित करना है।

2- इस दिन कई देशों में वृक्षारोपण अभियान, सेमिनार, और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, ताकि लोग पेड़ लगाने और वनों की सुरक्षा के प्रति जागरूक बनें।

3- वन ग्रीनहाउस गैसों को अवशोषित करके और ऑक्सीजन प्रदान करके जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में सहायक होते हैं।

4- अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस पर हमें जैव विविधता के संरक्षण के महत्व को समझने और वनों को पुनर्जीवित करने की प्रेरणा मिलती है।

5- अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस लोगों को वनों की कटाई को रोकने और पुनर्वनीकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करना है।

6- अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस इसलिए मनाया जाता है ताकि लोग यह समझ सकें कि वन हमारे जीवन के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं।

अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस से जुड़े तथ्य (Facts Of International Forest Day)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस (International Day of Forests in Hindi) से जुड़े तथ्य इस प्रकार है:-

अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 में घोषित किया था, और इसे पहली बार 2013 में मनाया गया।

हर साल इस दिवस की एक नई थीम होती है, जिससे अलग-अलग पर्यावरणीय मुद्दों पर ध्यान दिया जाता है। 2025 की थीम ‘वन और भोजन’ (Forests and Food) है।

जंगल वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे पृथ्वी पर जीवन संभव होता है।

पृथ्वी की कुल सतह का लगभग 31% हिस्सा वनों से आच्छादित है, जो जीवन के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करता है।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, हर साल लगभग 10 मिलियन हेक्टेयर जंगल नष्ट हो जाते हैं, जो लगभग एक पुर्तगाल के आकार के बराबर है।

दुनिया की लगभग 2.6 अरब आबादी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से वनों पर निर्भर है, खासकर लकड़ी, भोजन और औषधीय जड़ी-बूटियों के लिए।

इस दिन वृक्षारोपण अभियान, वर्कशॉप, और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं, ताकि लोग वनों के महत्व को समझें और उनके संरक्षण के लिए कदम उठाएँ।

पृथ्वी पर वनों के महत्व को एक पंक्ति में नहीं आंका जा सकता। यूनाइटेड नेशन के अनुमान के मुताबिक दुनिया के 1.6 अरब लोग सीधे-सीधे वन से उपलब्ध होने वाले भोजन, दवा, ऊर्जा और आय पर निर्भर हैं। इसके साथ ही वनों के माध्यम से दुनियाभर में बड़े स्तर पर जलापूर्ति होती है। इसके अलावा वन विभिन्न जीव-जंतुओं के घर भी हैं।

अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस हमें वनों के महत्व, उनके संरक्षण और सतत प्रबंधन की ओर ध्यान आकर्षित करने का अवसर प्रदान करता है। वनों का संरक्षण न केवल पर्यावरण के लिए आवश्यक है, बल्कि यह हमारे भविष्य की स्थिरता और समृद्धि के लिए भी आवश्यक है।

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