IAS Preeti Beniwal: एक्सीडेंट के बाद पति और ससुरालवालों ने छोड़ दिया था साथ, अपनी मेहनत से IAS बन गई प्रीति बेनीवाल
IAS Preeti Beniwal Success Story : क्या आप जानते हैं कि आईएएस प्रीति बेनीवाल ने कैसे सिविल सेवा की परीक्षा पास की और उन्हें इस सपने को पूरा करने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने अपने जीवन में कई परेशानियों का सामना किया और इसके बाद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
IAS Preeti Beniwal Success Story : सिविल सेवा की परीक्षा भारत में मौजूद सभी परीक्षाओं में से सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है। साथ ही देश के कई लोग इस परीक्षा को पास करके भारत के लोकतंत्र की सेवा करना चाहते हैं। लेकिन हर किसी के लिए ये उतना आसान नहीं है। युवाओं को इस परीक्षा के लिए कई सालों तक तैयारी करनी पड़ती है। उनकी दिन रात मेहनत ही उन्हें सफलता की सीढ़ी चढ़ाती है। वहीँ ऐसी ही एक मेहनती आईएएस हैं प्रीति बेनीवाल। जिन्होंने कई मुसीबतों के बाद को पूरा किया। आइये जानते हैं आखिर क्या है उनकी कहानी।
कई बाधाओं को पार कर बनी प्रीति बेनीवाल IAS अधिकारी
क्या आप जानते हैं कि आईएएस प्रीति बेनीवाल ने कैसे सिविल सेवा की परीक्षा पास की और उन्हें इस सपने को पूरा करने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने अपने जीवन में कई परेशानियों का सामना किया और इसके बाद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी। जहाँ आजकल युवा अपने जीवन में आई छोटी छोटी परेशानियों से ही निराश होकर बड़े से बड़े कदम उठाने को तैयार हो जाते हैं वहीँ प्रीति बेनीवाल ने अपनी ज़िन्दगी में कई मुसीबतों भरे दिन देखें हैं फिर भी उन्होंने अपने सपने को पूरा करने का हौसला नहीं छोड़ा।
प्रीति बेनीवाल का प्रारंभिक जीवन
आपको बता दें कि प्रीति बेनीवाल हरियाणा के डुपेडी गांव से हैं। उनके पिता का नाम सुरेश कुमार है जो थर्मल प्लांट पानीपत में कार्यरत थे और उनकी माँ का नाम बबिता है और वो आंगनबाड़ी में काम करतीं थीं। प्रीति बेनीवाल की शुरूआती पढ़ाई उनके पड़ोस के गांव फाफदाना के एक निजी स्कूल से हुई है। उन्होंने इसके बाद पानीपत से कक्षा दसवीं की परीक्षा पास की साथ ही इसमें उन्होंने अच्छे अंक भी प्राप्त किये। इसके बाद उन्होंने मतलौडा से अपनी बारहवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की इसके बाद उन्होंने इसराना कॉलेज से बी.टेक और एम.टेक ऑनर्स से डिग्री प्राप्त की।
प्रीति बेनीवाल ने साल 2013 में उनके M.Tech के बाद ग्रामीण बैंक में क्लर्क का पद प्राप्त किया। इसके बाद वो साल 2013 से 2016 तक बहादुरगढ़ में कार्यरत रहीं। इस बीच वो सरकारी सेवाओं की भी तैयारी कर रहीं थीं। तभी नौकरी करते करते ही उनका सिलेक्शन FCI में असिस्टेंट जनरल-2 के पद पर हो गया। यहाँ प्रीति बेनीवाल ने कुछ समय तक काम किया साथ ही सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी भी करतीं रहीं।
ज़िन्दगी में आया नया मोड़
2016 में प्रीति बेनीवाल की जिंदगी काफी बदलने वाली थी। दरअसल वो एफसीआई में विभागीय पदोन्नति के लिए गाजियाबाद में एक परीक्षा देने के लिए ट्रेन से जा रही थीं लेकिन वो एक बेहद भयानक ट्रेन दुर्घटना की चपेट में आ गईं। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर अचानक ही उनका पैर फिसल गया और वो एक ट्रैन के सामने गिर गईं। जिसके बाद उनकी 14 सर्जरी हुईं। वो पूरी तरह से ऑन बेड हो गयी। लगभग एक साल तक बेड रेस्ट के बाद प्रीति बेनीवाल अपने सपने को नहीं भूलीं वो कहीं न कहीं उनके ज़हन में था।
सुसराल वालों ने किया किनारा
इसके बाद प्रीति बेनीवाल की ऐसी हालत देखकर उनके पति और ससुरालवालों ने उनसे सभी रिश्ते तोड़ लिए। और उन्हें उनके हाल पर छोड़कर चले गए। और उनकी शादी टूट गयी। इसके बाद प्रीति बेनीवाल काफी दुःखी हो गयी और अंदर से टूट गईं। लेकिन इसपर भी उन्होंने अपने ज़िन्दगी में हार स्वीकार नहीं की। और आगे बढ़ने की ठान ली और अपने सपने यानि आईएएस अधिकारी बनने के प्रयास को एक बार फिर शुरू किया। जिसके बाद उन्होंने कड़ी मेहनत की और सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी करने लगीं।
ऐसे बनी IAS
प्रीति बेनीवाल का जीवन संघर्षों और कष्टों से भरा हुआ था। शायद आपमें से कई लोग इस परिस्थति में निराश होकर और किस्मत का रोना रो कर बैठ जाये लेकिन प्रीति बेनीवाल ने अपनी हिम्मत और जज़्बे को कभी नहीं छोड़ा और वो आगे बढ़ीं। वो इस प्रयास में दो बार असफल भी हुईं लेकिन कोशिश नहीं छोड़ी। जिसके बाद साल 2020 में उन्होंने जीत हासिल कर ली। उन्होंने यूपीएससी पास कर लिया। जिसमे उन्हें ऑल इंडिया 754वीं रैंक प्राप्त हुई। साथ ही वो आईएएस अधिकारी बन गईं।