Motivational Story: सद्गुणों की सुगंध
Motivational Story: अच्छे कर्म करने से जीवन में श्रेष्ठता आती है और समाज में आपका सम्मान भी अपने आप बढ़ जाता है
Motivational Story: फूलों को कभी इत्र लगाने की जरूरत नहीं होती वो अपनी सुगंध से स्वयं के साथ-साथ समस्त प्रकृति को सुगंधित करते हैं।अपने अच्छे कार्यों के लिए किसी से प्रमाणपत्र की आश मत रखो, आपके अच्छे कर्म ही स्वयं में सर्वश्रेष्ठ प्रमाणपत्र भी हैं।इत्र की सुगंध तो केवल हवा की दिशा में बहती है पर सद्गुणों की सुगंधी हवा के विपरीत और सब तरफ बहती है।आपकी प्रशंसा तब नहीं होती जब आप चाहते हैं बल्कि तब होती है, जब आप अच्छे कर्म करते हैं।
पानी पीने से प्यास अपने आप बुझती है, अनाज खाने से भूख अपने आप मिटती है और औषधि खाने से आरोग्यता की प्राप्ति अपने आप हो जाती है। इसी प्रकार अच्छे कर्म करने से जीवन में श्रेष्ठता आती है और समाज में आपका सम्मान भी अपने आप बढ़ जाता है।इसी प्रकार जीवन में जब हम आप अच्छा सद्गुरु बनाते हैं और पूरे तन्मयता से गुरु को मानते हैं उनके बताये मार्ग पर चलते हैं तब हम लोगों के जीवन में भी सुगंध आता है। गुरु के बिना जीवन अधूरा रहता है।