अब रोबोट बनाएंगे फ्राइड राइस
भौतिक शास्त्र की पढ़ाई और फ्राइड राइस बनाने के बीच बेहद करीबी रिश्ता है। यह बात रॉयल सोसायटी इंटरफेश जर्नल में प्रकाशित एक लेख में साबित की गई है।
योगेश मिश्र
लखनऊ। भौतिक शास्त्र की पढ़ाई और फ्राइड राइस बनाने के बीच बेहद करीबी रिश्ता है। यह बात रॉयल सोसायटी इंटरफेश जर्नल में प्रकाशित एक लेख में साबित की गई है। इसके लिए कई चायनीज रेस्त्रा के खानसामों द्वारा फ्राइड राइस बनाने के तौर तरीकों का सूक्ष्म अध्ययन किया गया है।
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इसका वीडियो बनाया गया है। इससे यह सबित हुआ है कि भौतिक शास्त्र की पढ़ाई का फ्राइड राइस बनाने में उपयोग होता है। फ्राइड राइस बनाने के तौर-तरीके के अध्ययन के बाद वैज्ञानिकों ने इसे पकाने के लिए रोबोट तैयार करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा दिये हैं।
जार्जिया के स्कूल ऑफ मकैनिक इंजीनिरिंग के शोधार्थी छुंगटांग और डेविड हू ने अपने अध्ययन में यह बात पाई है। एक सेकेंड में तीन बार तीन प्रकार से चावल को कढ़ाई में हिलाया जाता है। हवा में उछाला जाता है। यह फाइड राइस को और स्वादिष्ट बनाता है। फ्राइड राइस को तेज आंच पर पकाया जाए तो वह जल सकता है।
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इसलिए उसे हवा में उछालना पड़ता है। जलने से बचाने और विशेष स्वाद पैदा करने के लिए ही सिर्फ उसे खास तरीके से हिलाते, पलटते और उछालते हैं, जिसके चलते चावल आगे और पीछे सही रूप से पक जाता है।
यही नहीं, फ्राइड राइस बनाते समय चावल को किनारे तक धकेला जाता है। उसे घड़ी की सूई की दिशा में घुमाया जाता है। ताकि चारों और पक कर विशष स्वाद पैदा हो सके। कढ़ाई को जितनी तेजी से और जितनी बार हिलाया जाता है, उतनी ही तेजी से चावल उछाले भी जाते हैं।