कल मकर संक्रांति पर करने वाले है पतंगबाजी तो इन बातों पर जरूर दें ध्यान

पतंग कभी भी पॉवर लाइन या बड़े बिजली के खंभों के पास न उड़ाएं, क्‍यों‍कि अगर मांझा कभी कहीं नीचे गिरकर गीला हो गया हो और यदि ये पॉवर लाइन के संपर्क में आ जाए, तो जानलेवा हो सकता है।

Update:2021-01-13 19:43 IST
ग्‍लास कोटेड या धातु के तार वाला मांझा बेहद शार्प होता है। आप ग्‍लास कोटेड की बजाए साधारण कॉटन के धागों वाले मांझे का इस्‍तेमाल करें।

लखनऊ: कल मकर संक्रांति है । पूरे देश में अलग अलग ढ़ंग से सूर्य के राशि परिवर्तन का जश्न मनाया जाएगा। कहीं चुड़ा दही तो कहीं खिचड़ी और कही पतंगबाजी करके मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन स्वादिष्ट खान-पान के साथ पतंग उड़ने का भी चलन है। पतंगबाजी के दौरान कई बार जाने-अनजाने में कई हादसे भी हो जाते हैं।

जानते हैं, पतंगबाजी के सेफ्टी रुल्स...

 

जिस छत पर ऊंची बाउंड्रीवॉल हो, वहां ही पतंग उड़ाएं या आप खुले मैदान में पतंगबाजी करें। नहीं तो गिरने का डर रहेगा। खुशी मातम में बदल सकती है।

ग्‍लास कोटेड या धातु के तार वाला मांझा बेहद शार्प होता है। आप ग्‍लास कोटेड की बजाए साधारण कॉटन के धागों वाले मांझे का इस्‍तेमाल करें।

 

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हैंड ग्‍लव्स जरूर पहनें

 

आपकी पतंग बड़ी है, तो हैंड ग्‍लव्स जरूर पहनें और सुरक्षित रहिए। क्योंकि ऐसा नहीं करते है तो चोट लग सकती है।

पतंगों का मांझा न केवल आपके हाथों को नुकसान पहुंचा देता है, बल्कि इससे हाथ कटने और रास्ते पर जा रहे लोगों की जान तक जाने की घटनाएं हुई हैं।

कई बार मांझा रास्ते से जा रहे वाहन में फंस जाने से भी वाहन चालक चोटिल हो चुके हैं।

किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए आप हेलमेट पहनकर ही टू व्‍हीलर पर चलिए। हेलमेट के शीशे को भी पूरा बंद करके अपनी आंखों को कवर रखें।

 

 

बिजली के खंभों के पास न उड़ाएं

पतंग कभी भी पॉवर लाइन या बड़े बिजली के खंभों के पास न उड़ाएं, क्‍यों‍कि अगर मांझा कभी कहीं नीचे गिरकर गीला हो गया हो और यदि ये पॉवर लाइन के संपर्क में आ जाए, तो जानलेवा हो सकता है।

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बेजुबान परिंदों का ख्याल रखें

 

मकर संक्रांति पर हजारों पक्षी तेज मांझों से कटकर घायल हो जाते हैं। पतंगों से बेजुबान परिंदों की जान न जाए, इसका आप ध्यान रखें।

पतंगबाजी के बाद बचे हुए मांझे को इधर-उधर न फेंकें, नहीं तो यह अन्‍य लोगों के हाथ-पैरों या वाहन में उलझकर मुसीबत को निमंत्रण दे सकता है। बच्चों के लिए बेहतर होगा कि वे माता-पिता या किसी बड़े की निगरानी में ही पतंगबाजी करें।

 

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