महिलाएं हो जाएं सावधान! इन लक्षणों को न करें इग्नोर, हो सकते हैं UTI बीमारी के संकेत

Urinary Tract Infection: महिलाओं में यूटीआई बीमारी पुरुषों की तुलना में ज्यादा देखी जाती है। अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो आगे चलकर यह बड़ी समस्या बन सकता है।

Newstrack :  Network
Published By :  Shreya
Update:2021-07-07 20:41 IST

पेट में दर्द की प्रतीकात्मक तस्वीर (साभार- सोशल मीडिया)

Urinary Tract Infection: आजकल की दौड़ती-भागती जिंदगी में लोग ऐसी कई समस्याओं को इग्नोर करने लगते हैं, जो आगे चलकर उनके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसी ही एक बीमारी है यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) यानी मूत्र मार्ग में संक्रमण होना। ये बीमारी ज्यादा महिलाओं में देखी जाती है, लेकिन पुरुषों को भी यूटीआई की शिकायत हो सकती है। वैसे तो ये बीमारी इतनी खतरनाक नहीं है, लेकिन अगर समय रहते ही इस बीमारी का इलाज न किया जाए तो ये आगे चलकर आपके लिए घातक भी साबित हो सकती है। 

यूटीआई बीमारी तब होती है जब रोगाणु मूत्र प्रणाली को संक्रमित कर देते हैं। इसका असर किडनी, ब्लैडर और इन्हें जोड़ने वाली नलिकाओं पर भी पड़ता है। बता दें कि इस बीमारी को ज्यादा सीरियस न लेने पर इसका संक्रमण आपके किडनी में भी फैल सकता है, जो आगे चलकर किसी भी गंभीर बीमारी की वजह बन सकता है। ऐसे में इस बीमारी के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत इलाज करवाना चाहिए। तो चलिए जानते हैं UTI के लक्षण के बारे में-

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

UTI इंफेक्शन के लक्षण (Irinary Tract Infection Symptoms)

पेशाब करने में जलन होना

बार-बार पेशाब लगना

पेशाब से दुर्गंध आना

पेशाब का रंग बदलना

पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना

छींकते या खांसते वक्त थोड़ा सा पेशाब आना

उल्टी, बुखार और चक्कर आना

इन्हें होता है यूटीआई बीमारी का ज्यादा खतरा

कम पानी पीने वालों को

बहुत देर तक पेशाब को रोकने वालों को

सेक्सुअली एक्टिव महिलाओं को 

एक दिन में कई बार नहाने वालों को

कैसे होता है UTI का इलाज?

यूटीआई की समस्या होने पर डॉक्टर से तुरंत परामर्शन करनी चाहिए और उनकी देखरेख में ही इलाज कराना चाहिए। यूटीआई के बारे में यूरीन टेस्ट के जरिए पता लगाया जा सकता है। वैसे कुछ यूटीआई बिना दवाइयों के अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर गंभीर इंफेक्शन होता है तो इसका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के जरिए किया जाता है।

इसके अलावा डॉक्टर मरीजों को अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करने और ब्लैडर से बैक्टीरिया को बाहर निकालने के लिए कम कम समय पर बाथरूम जाने की भी सलाह देते हैं। तरल पदार्थों में आप पानी, नारियल पानी और जूस जैसी चीजों का सेवन कर सकते हैं। 

नोट- इस लेख में दी गई सूचना सामान्य जानकारियों पर आधारित है। ऐसी स्थिति में अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।

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