दिल्ली की इस सीट पर Manoj Tiwari से हो सकती है Kanhaiya Kumar की टक्कर
Lok Sabha Election 2024: नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट पर भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी के मुकाबले कांग्रेस को युवा नेता कन्हैया कुमार को उतरने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
Lok Sabha Election 2024: दिल्ली के लोकसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन किया है। इस गठबंधन में चार सीटों पर आप चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस के खाते में तीन सीटें आई हैं। आप ने अपने चारों उम्मीदवारों का ऐलान करीब एक महीना पूर्व ही कर दिया है जबकि कांग्रेस में उम्मीदवारों को लेकर अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। शुक्रवार को हुई कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इस मुद्दे पर आम राय नहीं बन सकी और अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे उम्मीदवारों को लेकर आखिरी फैसला लेंगे।
वैसे नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट पर भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी के मुकाबले कांग्रेस को युवा नेता कन्हैया कुमार को उतरने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। बेगूसराय लोकसभा सीट से पत्ता काटने के बाद कन्हैया कुमार खुद भी दिल्ली से चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व मनोज तिवारी के मुकाबले कन्हैया कुमार को चुनावी अखाड़े में उतार सकता है।
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दिल्ली में इन नामों पर हो रही चर्चा
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में शुक्रवार को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली को लेकर दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और कन्हैया कुमार के नामों पर चर्चा की गई। इस चर्चा के दौरान लवली का कहना था कि मुझे चुनाव लड़ाना भी है और कोई दूसरा लड़ जाए तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। इसके बाद कन्हैया कुमार के नाम पर गंभीरता से मंथन किया गया। हालांकि कांग्रेस का एक गुट कन्हैया कुमार का विरोध भी कर रहा है।
चांदनी चौक से जिन तीन नामों की चर्चा है, उनमें संदीप दीक्षित, जेपी अग्रवाल और अलका लांबा का नाम शामिल है। रेस में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। वहीं नार्थ वेस्ट दिल्ली से राजकुमार चौहान, उदित राज और सुरेंद्र कुमार के नाम शामिल हैं।
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कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बाबत आखिरी फैसला लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत किया गया है। दिल्ली के उम्मीदवारों का ऐलान आज किया जा सकता है।
कन्हैया कुमार के नाम पर गंभीरता से मंथन
जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने पिछला लोकसभा चुनाव बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता गिरिराज सिंह के खिलाफ लड़ा था। 2019 के लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार लेफ्ट के उम्मीदवार थे मगर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। बाद में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। बेगूसराय लोकसभा सीट इस बार भी वाम दलों के खाते में गई है और ऐसे में वहां से कन्हैया कुमार का पत्ता कट गया है।
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ऐसे में कन्हैया कुमार की निगाहें दिल्ली की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने पर लगी हुई हैं। राजधानी के नॉर्थ ईस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग काफी संख्या में रहते हैं और इसलिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कन्हैया कुमार के नाम पर गंभीरता से विचार कर रहा है। अगर उनके नाम पर मुहर लगी तो इस लोकसभा क्षेत्र में मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार की हाई प्रोफाइल भिड़ंत हो सकती है।
दिल्ली में भाजपा दिखा चुकी है ताकत
दिल्ली में हुए पिछले दो लोकसभा चुनावों में भाजपा अपनी ताकत दिखा चुकी है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी सभी सात सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान पांच सीटों पर कांग्रेस और दो सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे थे।
भाजपा की ओर से सातों सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान पहले ही किया जा चुका है और पार्टी ने आक्रामक चुनाव अभियान छेड़ दिया है। भाजपा को मजबूत चुनौती देने के लिए ही इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन किया है और अब यह देखने वाली बात होगी कि यह गठबंधन भाजपा को चुनौती देने में कहां तक कामयाब हो पाता है।