Election 2024: निर्दल उम्मीदवार के रूप में पप्पू यादव की तीसरी जीत, पूर्णिया में लालू और तेजस्वी को दिखाई अपनी ताकत
Election Result 2024: पप्पू यादव की हार सुनिश्चित करने के लिए राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने पूरी ताकत लगा दी थी ।
Lok Sabha Election Result 2024: इस बार के लोकसभा चुनाव में सबकी निगाहें बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट पर भी लगी हुई थीं जहां पप्पू यादव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जदयू और राजद को चुनौती देने उतरे थे। इस लोकसभा सीट पर हुए कांटे के मुकाबले में पप्पू यादव ने जदयू के उम्मीदवार संतोष कुशवाहा को 16 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हरा दिया है। पप्पू यादव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में तीसरी बार जीत हासिल करने में कामयाब हुए हैं।
पप्पू यादव की हार सुनिश्चित करने के लिए राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने पूरी ताकत लगा दी थी मगर इसके बावजूद पप्पू यादव ने जीत हासिल करते हुए पूर्णिया लोकसभा सीट पर एक बार फिर अपनी ताकत दिखा दी है। जीत हासिल करने के बाद पप्पू यादव ने विनम्र भाव से पूर्णिया के लोगों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पूर्णिया के मतदाताओं ने अपने बेटे को जीत दिलाई है।
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लालू और तेजस्वी को दिखाई ताकत
पूर्णिया लोकसभा सीट पर पप्पू यादव की हार सुनिश्चित करने के लिए राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव ने जदयू की विधायक बीमा भारती को राजद के टिकट पर चुनाव मैदान में उतार दिया था। दूसरी ओर जदयू ने 2014 और 2019 में पूर्णिया में जीत हासिल करने वाले संतोष कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया था।
संतोष कुशवाहा को पूर्णिया में सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा था।
हालांकि राजद ने बीमा भारती की स्थिति मजबूत बनाने के लिए पूरी ताकत लगाई थी। बीमा भारती के नामांकन में हिस्सा लेने के लिए तेजस्वी यादव भी पूर्णिया पहुंचे थे। इसके बावजूद पप्पू यादव ने जीत हासिल करते हुए अपनी ताकत दिखा दी है। राजद की ओर से पूरी ताकत लगाए जाने के बावजूद बीमा भारती चुनाव में तीसरे नंबर पर रहीं।
2010 के बाद निर्दल की पहली जीत
पूर्णिया लोकसभा सीट से पप्पू यादव की जीत इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि 2010 के बाद बिहार की किसी लोकसभा सीट पर पहली बार निर्दल उम्मीदवार को जीत हासिल हुई है। 2009 के लोकसभा चुनाव में बिहार में बांका लोकसभा सीट पर निर्दल उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह ने जीत हासिल की थी जबकि सीवान लोकसभा सीट पर निर्दल उम्मीदवार के रूप में ओमप्रकाश यादव को जीत मिली थी।
2010 में दिग्विजय सिंह के निधन के बाद बांका सीट पर उपचुनाव हुआ था जिसमें दिग्विजय की पत्नी पुतुल कुमारी ने निर्दल उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। उसके बाद अभी तक कोई निर्दल उम्मीदवार बिहार के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सका था। अब 2024 में निर्दल उम्मीदवार के रूप में पप्पू यादव ने जीत का परचम फहराया है।
तीसरी बार निर्दल के रूप में जीता चुनाव
पप्पू यादव के बारे में एक उल्लेखनीय बात यह भी है कि उन्होंने निर्दल उम्मीदवार के रूप में तीसरी बार जीत हासिल की है। इससे पहले 1991 और 1999 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने पूर्णिया सीट से निर्दल उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। वैसे पप्पू यादव छह बार सांसद रह चुके हैं। दो बार उन्होंने राजद के टिकट पर चुनाव जीता है जबकि एक बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर।
राजद के टिकट पर उन्होंने दोनों बार मधेपुरा लोकसभा सीट से चुनाव जीता है। बाद में राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव से उनके रिश्ते बिगड़ गए थे और उन्होंने राजद से अपना रास्ता अलग कर लिया था।
लालू ने पूर्णिया में कर दिया था खेल
पप्पू यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था और वे पूर्णिया में कांग्रेस के टिकट के दावेदार थे मगर राजद ने इस सीट को देने से इनकार कर दिया था। कांग्रेस चाह कर भी यह सीट राजद से नहीं हासिल कर सकी थी।
पप्पू यादव राजद के चुनाव निशान पर भी लड़ने को तैयार थे मगर लालू प्रसाद यादव ने उन्हें अपनी पार्टी का टिकट नहीं दिया था जिसके बाद वे निर्दल उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरे थे।