MP News: अमरकंटक के नर्मदा मंदिर में 'ड्रेस कोड' लागू, मिनी स्कर्ट-फटी जींस में अब नहीं मिलेगी एंट्री

Narmada Temple Amarkantak: मध्य प्रदेश के अमरकंटक में नर्मदा मंदिर में ड्रेस कोड लागू किया गया है। हालिया निर्देश के अनुसार, मंदिर परिसर में हॉफ पैंट, बरमूडा, नाईट सूट, कटी-फटी जींस पहने लोगों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। सिर्फ पारंपरिक कपड़ों में ही प्रवेश दिया जाएगा।

Update: 2023-08-26 12:59 GMT
Narmada Temple Amarkantak (Social media)

MP News: मध्य प्रदेश के अमरकंटक में नर्मदा मंदिर (Narmada Temple, Amarkantak) के प्रवेश द्वार पर एक साइन बोर्ड लगाया गया है। बोर्ड के माध्यम से आगंतुकों को निर्देशित किया गया है कि सभी महिलाएं एवं पुरुष मंदिर परिसर में मर्यादित कपड़ों में ही आएं। साइन बोर्ड पर लिखे निर्देश के अनुसार, मंदिर में छोटे वस्त्र, हॉफ पैंट, बरमूडा, नाईट सूट, मिनी स्कर्ट, कटी-फटी जींस और क्रॉप टॉप जैसे कपड़े पहनकर प्रवेश वर्जित है।

आपको बता दें, मां नर्मदा जी की उद्गम स्थल अमरकंटक (Amarkantak News) को पवित्र नगरी का दर्जा प्राप्त है। अब यहां के मंदिरों में पारंपरिक परिधानों (Traditional Costumes) में ही प्रवेश किया जा सकेगा।

पुजारियों द्वारा सर्वसम्मति से लिया फैसला

नर्मदा मंदिर में लगे साइन बोर्ड पर महिलाओं के लिए विशेष सूचना लिखी गई है, जिसमें कहा गया है कि वे आदर्श जनक कपड़े का प्रयोग करें। जैसे- साड़ी, सलवार सूट सहित अन्य पारंपरिक वस्त्र आदि। मां नर्मदा उद्गम मंदिर के पुजारियों द्वारा यह सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है।

मुख्य द्वार पर लगा साइन बोर्ड

नर्मदा उद्गम मंदिर (Narmada Udgam Temple) परिसर अमरकंटक में 25 अगस्त को दोपहर बाद मुख्य प्रवेश द्वार पर एक साइन बोर्ड लगा दिया गया। ऐसा तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं को जानकारी देने के मकसद से किया गया है।

पुजारी बोले-..अन्यथा प्रवेश न करें

इस संबंध में मां नर्मदा उद्गम मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित धनेश द्विवेदी (Pandit Dhanesh Dwivedi) ने मीडिया को बताया कि, 'यहां आने वाले सभी यात्रियों, श्रद्धालुओं तथा भक्तों से अनुरोध है कि पूजा स्थल की मर्यादा के अनुसार ही वस्त्र धारण कर मंदिर प्रांगण में प्रवेश करें। मंदिर तथा तीर्थ की मर्यादा का पालन करें अन्यथा प्रवेश न करें। नर्मदा मंदिर के पुजारी पंडित उमेश द्विवेदी बोले, 'सभी संस्थानों का अपना-अपना विशेष वस्त्र या परिधान होता है। ऐसे ही मंदिर में पूजन करते समय पारंपरिक परिधान होना आवश्यक है। मंदिर में मर्यादित वस्त्रों का ही उपयोग होना चाहिए, अन्यथा प्रांगण में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।'

नगर परिषद ने ये कहा

नगर परिषद, अमरकंटक के CMO चैन सिंह परस्ते ने जानकारी दी कि 'हमने मंदिर के मुख्य द्वार पर साइन बोर्ड लगवाया है, ताकि आने वाले तीर्थयात्रियों को ये मालूम हो सके कि मंदिर में प्रवेश करना है तो मर्यादित वस्त्र पहनकर आना होगा। तभी प्रवेश दिया जाएगा।

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