MP News: शहीद के बेटे ने सांसद से कहा, ये मेरे पिता का कैसा सम्मान, मेरी कोई नहीं सुन रहा
MP News Today: सांसद गणेश सिंह ने शहीद कृष्ण किशोर पांडे की पत्नी वीरांगना अनीता देवी पांडे और पुत्र विमल पांडे से मुलाकात की, तो शहीद के बेटे और पत्नी का दर्द छलक उठा ।
MP News Today: सतना सांसद गणेश सिंह महाजनसंपर्क अभियान के तहत ग्राम पंचायत कुआं पहुंचे थे । जहां पंचायत भवन परिसर में स्थापित शहीद कृष्ण किशोर पांडे की प्रतिमा पर सांसद ने पुष्पांजलि अर्पित की । जनसभा के माध्यम से केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी । इस दौरान सांसद गणेश सिंह ने शहीद कृष्ण किशोर पांडे की पत्नी वीरांगना अनीता देवी पांडे और पुत्र विमल पांडे से मुलाकात की, तो शहीद के बेटे और पत्नी का दर्द छलक उठा ।
विमल ने कहा ये मेरे पिता का कैसा सम्मान है? मैं सालों से नौकरी के लिए भटक रहा हूं, पर आज तक मुझे कहीं भी मध्यप्रदेश सरकार में नौकरी नहीं मिली है ।क्या मेरे लिए राज्य सरकार में किसी भी विभाग में कोई पद खाली नहीं है? शहीद पुत्र विमल की मांग पर सांसद खामोश हो गए । फिर सांत्वना देते हुए वहां से चल दिए ।
सीएम शिवराज से भी कर चुके हैं मांग
आपको बता दें विमल राज्य सरकार में नौकरी के लिए पिछले वर्ष भोपाल भी गए थे । जहां सीएम हाउस में उन्होंने अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम आवेदन भी दिया था । पर आज तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है । आखिर क्यों?
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24 नवंबर 2002 को शहीद हुए थे कृष्ण किशोर पांडे
आपको बता दें कि 24 नवंबर 2002 को सीआरपीएफ में कार्यरत कृष्ण किशोर पांडे सेवाकाल के दौरान शहीद हो गए थे । जम्मू में रघुनाथ मंदिर में अतंकियों से मुठभेड़ के दौरान देश की रक्षा करते हुए कृष्ण किशोर पांडे वीरगति को प्राप्त हो गए थे । जिस वक्त विमल के पिता शहीद हुए थे उस समय विमल की आयु महज डेढ़ साल की थी । बेटे की नौकरी के लिए वीरांगना अनीता देवी ने भी कई बार सरकारी से नौकरी के लिए मांग कर चुकी हैं, लेकिन आज तक शहीद परिवार की इन मांगों पर किसी ने अमल नहीं किया है ।
शहीद पुत्र विमल को सरकारी नौकरी देना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी
देश के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान में कार्यरत पत्रकार तरुण चतुर्वेदी ने कहा कि शहीद परिवार की हर संभव मदद करना सरकार और समाज दोनों की जिम्मेदारी है । साथ ही विमल को मध्य प्रदेश सरकार के किसी भी विभाग में सरकारी नौकरी देना ही शहीद के प्रति सरकार की सच्ची श्रद्धांजलि होगी । बड़े दुख की बात है, इस मामले में अब तक सरकार का रुख निष्क्रिय रहा है । सिर्फ हर बार शहीद परिवार को झूठे आश्वासन दिए जा रहे हैं ।