MP Assembly Election: मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने चला हिंदुत्व कार्ड, प्रियंका के दौरे में बजरंगबली और गदा का सहारा
MP Assembly Election: मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस भी हिंदुत्व के रास्ते पर चलते हुए बजरंगबली और उनकी गदा का सहारा ले रही है। मध्य प्रदेश में सियासी नजरिए से अहम माने जाने वाले जबलपुर में प्रियंका गांधी के स्वागत के लिए जगह जगह बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं।
MP Assembly Election: मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस के बीच बड़ा सियासी घमासान शुरू हो गया है। हिंदुत्व के मोर्चे पर भाजपा को जवाब देने के लिए कांग्रेस ने भी अपनी रणनीति बदल ली है। हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में भाजपा के खिलाफ मिली बड़ी जीत से उत्साहित कांग्रेस भी अब धर्म की राह पर चल पड़ी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के आज मध्य प्रदेश दौरे में इसकी छाप भी दिखाई पड़ी।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस भी हिंदुत्व के रास्ते पर चलते हुए बजरंगबली और उनकी गदा का सहारा ले रही है। मध्य प्रदेश में सियासी नजरिए से अहम माने जाने वाले जबलपुर में प्रियंका गांधी के स्वागत के लिए जगह जगह बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं। मजे की बात यह है कि कई स्थानों पर बजरंगबली की गदा भी बड़ा सियासी संदेश देने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के इस कदम को भाजपा की ओर से हिंदू मतों की गोलबंदी रोकने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
बैनर और पोस्टर के साथ बजरंगबली की गदा
मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इसके लिए कांग्रेस ने अभी से अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। इसी सिलसिले में प्रियंका गांधी आज जबलपुर के दौरे पर पहुंची है और इस दौरान उन्होंने भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज को रिश्वतराज और घोटालाराज बताया। प्रियंका गांधी के इस महत्वपूर्ण सियासी दौरे का एक उल्लेखनीय पहलू हिंदुत्व के मोर्चे पर भाजपा को तीखा जवाब देना था।
मध्य प्रदेश के लोगों के दिलों दिमाग पर नर्मदा नदी का काफी असर दिखता है और वे इस नदी को काफी महत्व देते हैं। प्रियंका गांधी ने आज जबलपुर में ग्वारीघाट पर नर्मदा नदी की पूजा-अर्चना के साथ कांग्रेस के चुनाव अभियान की शुरुआत की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से जबलपुर में प्रियंका गांधी का जोरदार स्वागत किया गया। प्रियंका के स्वागत के लिए जबलपुर को कांग्रेस के पोस्टर और बैनरों से पाट दिया गया है। उल्लेखनीय बात यह है कि जगह-जगह कांग्रेस के पोस्टर और बैनर के साथ बजरंगबली की गदा भी नजर आ रही है। इसे भी कांग्रेस की बड़ी रणनीति और हिंदुत्व के मोर्चे पर भाजपा की काट के रूप में देखा जा रहा है।
नर्मदा की पूजा के दौरान 'बजरंगबली' की मौजूदगी
नर्मदा नदी की पूजा के दौरान भी कांग्रेस का हिंदुत्व कार्ड साफ तौर पर झलका। जिस समय प्रियंका गांधी नर्मदा नदी की पूजा-अर्चना कर रही थीं, उस समय बजरंगबली की वेशभूषा में मौजूद एक शख्स ने भी मां नर्मदा की पूजा की। पूजा-अर्चना के पूरे कार्यक्रम के दौरान हाथों में गदा लिए बजरंगबली बना यह शख्स सबके लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा।
इस दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। सियासी जानकारों का मानना है कि कांग्रेस ने बजरंगबली और उनकी गदा के जरिए बड़ा सियासी संदेश देने की कोशिश की है।
कर्नाटक की तरह एमपी में भी चुनावी वादे
नर्मदा नदी की पूजा के बाद प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में भी तीखा तेवर दिखाते हुए भाजपा पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के घोटालों की लिस्ट काफी लंबी है और इन्होंने नर्मदा मइया तक को नहीं छोड़ा। भाजपा सरकार की ओर से जितने भी निर्माण कराए जा रहे हैं, सबमें घोटाले किए जा रहे हैं। वास्तविकता तो यह है कि भाजपा का राज रिश्वत और घोटालों का राज है। उन्होंने युवाओं की बेरोजगारी और आदिवासियों की दुर्दशा का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया।
कर्नाटक की तरह मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस ने मतदाताओं से बड़े चुनावी वादे कर डाले हैं। कांग्रेस के इन चुनावी वादों ने भाजपा की मुसीबतें और बढ़ा दी हैं। कांग्रेस के इन चुनावी वादों में पुरानी पेंशन की बहाली, 100 यूनिट बिजली फ्री और महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए देने का वादा भी शामिल है।
जबलपुर से इसलिए अभियान की शुरुआत
जबलपुर से कांग्रेस के चुनाव अभियान की शुरुआत को भी कांग्रेस की बड़ी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। जबलपुर को राज्य के महाकौशल क्षेत्र का सबसे प्रमुख केंद्र माना जाता रहा है। महाकौशल क्षेत्र में 38 विधानसभा सीटें हैं और 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इनमें से 24 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा को सिर्फ 13 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली थी।
इससे पूर्व 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए 24 सीटें जीत ली थीं। अब इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इस क्षेत्र में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती है। पार्टी के सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि महाकौशल क्षेत्र में कांग्रेस की रैली से विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्रों में भी कांग्रेस को अपनी स्थिति मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। इस क्षेत्र में आदिवासी मतदाताओं की संख्या भी काफी ज्यादा है और कांग्रेस आदिवासी समुदाय में भी मजबूत पैठ बनाने की कोशिश में जुटी हुई है।