Ujjain Minor Girl Rape Case: उज्जैन रेप कांड पर बड़ा अपडेट, पता चल गया कहां की रहने वाली है नाबालिग पीड़िता
Ujjain Minor Girl Rape Case: उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि नाबालिग पीड़िता सतना जिले की रहने वाली है। पुलिस को उसका स्थानीय पता मिल गया है।
Ujjain Minor Girl Rape Case: देश को झकझोर कर रख देने वाला चर्चित उज्जैन नाबालिग लड़की रेप कांड पर बड़ा अपडेट आया है। अभी तक नाबालिग पीड़िता के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया था। उज्जैन पुलिस ने उसके भाषा के आधार पर उसके यूपी के प्रयागराज से होने की संभावना जताई थी। इसको लेकर यूपी पुलिस से संपर्क साधने की तैयारी भी थी। लेकिन अब पुलिस का पता चला है कि पीड़िता मध्य प्रदेश की ही रहने वाली है।
उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि नाबालिग पीड़िता सतना जिले की रहने वाली है। पुलिस को उसका स्थानीय पता मिल गया है। उन्होंने बताया कि सतना जिले में एक दिन पहले पीड़िता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने उन पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, जो अलग-अलह जगहों पर पीड़ित बालिका से मिले थे। एसपी शर्मा ने जल्द इस मामले की गुत्थी सुलझा लेने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
लावारिस हालत में सड़क पर मिली थी पीड़िता
12 वर्षीय बच्ची 25 सितंबर को उज्जैन की सड़कों पर बेहद खराब हालत में भटकते हुए मिली थी। वह बेहद कम कपड़ों में थी। उज्जैन के गुरूकुल दण्डी सेवा आश्रम में पुजारी आचार्य राहुल शर्मा की नजर जब उस पर पड़ी तो वे फौरन मदद को आगे आए। पहले उन्होंने पीड़िता को अपना शरीर ढंकने के लिए कपड़ा दिया और फिर आश्रम ले आए। जहां उसे चाय-नाश्ता कराया। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी और फिर नाबालिग पीड़िता को पुलिस के हवाले कर दिया।
महाकाल थाने के पुलिस ने उसे पहले उज्जैन के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी खराब हालत को देखते हुए उसे इंदौर रेफर कर दिया गया। पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स में गंभीर चोट के निशान हैं और उसका काफी खून बह गया था। जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने अपना खून देकर उसकी जान बचाई। पीड़िता अब खतरे से बाहर है।
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सतना से गायब हुई थी पीड़िता
उज्जैन एसपी सचिन शर्मा के मुताबिक, पीड़ित बच्ची की गुमशुदगी की एफआईआर सतना में दर्ज है। एफआईआर में बच्ची के गुम होने की तारीख घटना के सिर्फ एक दिन पहले की है। उन्होंने बताया कि सतना पुलिस से पीड़ित बच्ची के परिजनों की जानकारी हासिल करनी शुरू कर दी गई है। पीड़िता सतना से आखिर उज्जैन कैसे पहुंच गई, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है। उसके साथ हैवानियत करने वाले कौन-कौन थे, उसे भी खोजा जा रहा है। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
दरिंदगी पर एमपी की सियासत गरमाई
चुनावी समय में हुई इस वीभत्स घटना को लेकर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मध्य प्रदेश में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है। महिलाओं के खिलाफ़ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ़ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज़्यादा मध्य प्रदेश में है। इसके गुनहगार वो अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किए।
साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार भी है, जो बेटियों की रक्षा करने में अक्षम है। न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार - आज, मध्य प्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है। मगर, प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं है - चुनावी भाषण, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें उन्होंने दबा दी हैं।
इससे पहले पूर्व सीएम कमलनाथ ने वारदात को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान को घेरते हुए कहा था कि मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री विहीन राज्य हो गया है। शिवराज केवल चुनावी घोषणाएं करने में लगे हैं। उन्होंने पीड़िता को एक करोड़ रूपये मुआवजा देने की मांग की थी। पश्चिम बंगाल में सरकार चला रही सीएम ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने भी सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है।
वहीं, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी इस घटना को लेकर बैकफुट पर है। पार्टी के नेता और राज्य सरकार के मंत्री दोषियों को न छोड़ने की बात कर रहे हैं।